गजरौला Gajraula गजगढ़ | |
---|---|
गजरौला रेलवे स्टेशन | |
निर्देशांक: 28°50′06″N 78°14′38″E / 28.835°N 78.244°Eनिर्देशांक: 28°50′06″N 78°14′38″E / 28.835°N 78.244°E | |
देश | भारत |
राज्य | उत्तर प्रदेश |
ज़िला | अमरोहा ज़िला |
संस्थापक | ठाकुर जय राम सिंह |
नाम स्रोत | राजा गज सिंह |
ऊँचाई | 257 मी (843 फीट) |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 55,048 |
भाषाएँ | |
• प्रचलित | हिन्दी, खड़ीबोली |
समय मण्डल | भामस (यूटीसी+5:30) |
पिनकोड | 244235 |
दूरभाष कोड | 05924 |
वाहन पंजीकरण | UP-23 |
गजरौला (Gajraula) भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के अमरोहा ज़िले में स्थित एक नगर पालिका है। गजरौला गंगा नदी की पूर्वी ओर राष्ट्रीय राजमार्ग 24 व राष्ट्रीय राजमार्ग 9 (भारत) पर स्थित एक शहर है। यह राजमार्ग गढ़मुक्तेश्वर, हापुड़, गाज़ियाबाद होते हुए दिल्ली से जोड़ता है। दूसरी तरफ अमरोहा, बिजनौर, मुरादाबाद, हरिद्वार,रामपुर, बरेली, लखनऊ आदि से जोड़ता है।[1][2]
गजरौला का नाम राजा गज सिंह जी के नाम पर पड़ा हैं। वो अक्सर यहाँ के जंगलों में अपने हाथियों के साथ शिकार पर आते थे। जब यहाँ हाथीआते थे। तो वे शोर भी करते होंगे। इसलिए इसे इस तरह समझा जा सकता है। गज+रौला। इसलिए हाथियों के शोर की वजह से नगर का नाम गजरौला पड़ा। इसके अलावा भी कई कहानियाँ प्रचलित हैं। राजपूत राजा गज सिंह जी का लश्कर जॅगली जानवरॊ का शिकार करने गजरौला के आस पास व बास्टा और खानपुर खादर के जॅगलॊ में जाया करते थे।
गजरौला नगर के संस्थापक ठाकुर जयराम सिंह जी थे। जिन्होंने सन 1921 में गजरौला को बसाया था। सबसे पहले उन्होंने क्षत्रिय परंपरा के अनुसार हनुमान मंदिर का निर्माण कराया था। जो कि यहाँ पर आज भी उपस्थित है। जो आज भी गजरौला के रक्षक हैं।
गजरौला में एक विशाल भगवान राम जी का मॅदिर है। गजरौला से ८ किमी दूरी पर गंगा नदी है। जिसे तिगरी धॉम के नाम से जाना जाता है एवं तिगरी को मुक़ित धाम के नाम से भी जाना जाता है। यहाँ हर साल काति॔क पूणि॔मा कॊ गॅगा मेला लगता है जहॉ पर लाखो लौग उस मेले में गंगा में नहा कर पुण्य कमाते हैं। श्रदृालुओ की अपेछा सॅसाधनो का अभाव है। गजरौला से १२ किमी पर वॄजघाट धाम गॅगा नदी किनारे बसा है। गजरौला में उतर रेलवे का जॅक़शन है। यहाँ से प॒तिदिन हजारो याञी दिऌी मुरादाबाद लखनऊ देहरादून नजीबाबाद सहारनपुर हरिदृार को याञा करते हैं। जबकि गजरौला में कम रेलो का ठहराव है। इस बजह से याञी रॊडबेज बस का सहारा लेते हैं। चूकि गजरौला से ०८ किमी पर गॅगा नदी है।
गजरौला में छोटे-बड़े कई उद्योग लगे हुए हैं। इसलिए गजरौला को औद्योगिक नगरी भी कहा जाता है। यहां स्थापित उद्योगों में सबसे बड़ी फैक्टरी का नाम जुबीलेंट लाइफ सांइसेस है जो पहले वाम ऑर्गेनिक नाम से जानी जाती थी। उद्योग इस प्रकार हैं :
यहाँ पर गजरौला टाइम्स एवं गजरौला न्यूज (डिजिटल) समाचार पत्र है।