गढ़ाकोटा Garhakota | |
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![]() श्री पार्श्वनाथ दिगाम्बर मन्दिर | |
निर्देशांक: 23°46′41″N 79°08′38″E / 23.778°N 79.144°Eनिर्देशांक: 23°46′41″N 79°08′38″E / 23.778°N 79.144°E | |
देश | ![]() |
प्रान्त | मध्य प्रदेश |
ज़िला | सागर ज़िला |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 32,726 |
भाषाएँ | |
• प्रचलित | हिन्दी |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30) |
गढ़ाकोटा (Garhakota) भारत के मध्य प्रदेश राज्य के सागर ज़िले में स्थित एक नगर है।गढ़ाकोटा सुनार नदी के किनारे बसा है और सागर जिले की प्रमुख तहसील है।गढ़ाकोटा के दो हिस्से है एक हिस्सा सुनार नदी के किनारे स्थित हैं औऱ दूसरा गधेड़ी औऱ सुनार नदियों के बीच स्थित हैं। यह इसी नाम की तहसील का मुख्यालय भी है।[1][2]गढ़ाकोटा में बसंत पंचमी से चैत्रनवरात्रि तक रहस मेला भरता है जो वीर बुन्देला महाराजा मर्दन सिंह जू देव ने शुरू किया था। जहाँ पर आज भी ये प्रसिद्ध पशुओं का मेला लगता हैं।
गढ़ाकोटा रहली विधानसभा का हिस्सा है। यहां प्रतिवर्ष होने वाला रहस मेला ग्राम्य जीवन में रुचि रखने वाले लोगों के आकर्षण का केंद्र रहता है। यहाँ प्रसिद्ध पटेरियाजी जैन तीर्थ एवं पर्यटन क्षेत्र अवस्थित है। वर्तमान मे गढ़ाकोटा मे खेल परिसर की दृष्टि से सरदार बल्लभ भाई पटेल स्टेडियम,इन्डोर स्टेडियम,श्री गणेश मन्दिर खेल परिसर पर्यटन की दृष्टि से सुनार नदी का तट,रमना स्थित इको पर्यटन पार्क आदि अवस्थित है।यहाँ पर मर्दनसिंह जूदेव नामक राजा ने शासन किया साथ ही इस धरती ने साबूलाल जैन ,गुलचाइ यादव जैसे महान क्रान्तिकारियों को जन्म दिया है जिन्होंने स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए अग्रेजोँं के विरुद्ध संघर्ष करते हुये अपने प्राणो का बलिदान दे दिया था। गढ़ाकोटा पंडित श्री गोपाल भार्गव बीजेपी जो रहली विधानसभा की लगातार आठवीं बार विधायक बने है।