गर्भान्तक वह पदार्थ है जो की गर्भपात को प्रेरित करता है। गर्भपात दवाइयों की सहायता से और सहज रूप से भी किए जाते हैं। सबसे साधारण गर्भान्तक जो चिकित्सा गर्भपात में इस्तेमाल किए जाते है वे मायफ़प्रिसटोन होते है।[1] चिकित्सक गर्भपात गर्भावस्था के २४ से ६० दिन के बीचों-बीच कराने में सहयोगी होते हैं। उस समय गर्भपात कराने से महिला को ज्यादा नुक्सान नहीं होता। इसके अलावा कई औषधियाँ भी इस्तेमाल की जाती है गर्भपात के लिए जो की सहज रूप से गर्भपात करा देती है। परन्तु ऐसी किन्ही भी औषधि के इस्तेमाल के बारे में किसी भी साहित्य में नहीं लिखा हुआ है। पुराने समय में गर्भान्तक के लिए इन्ही औषधियों का इस्तेमाल किया जाता था। सहज रूप से गर्भपात में इस्तेमाल होने वाली औषधियाँ है: शराब बनाने वाली सुराभांड, कड़वा तरबूज, नील कोहोश, जंगली गाजर, जंगली पुदीना, पपीता, मगवोर्ट आदि। यह सब तत्व इस्तेमाल होते है गर्भान्तक के लिए।[2][3]