गली गली सिम सिम | |
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शैली | शैक्षणिक स्केच हास्य कठपुतली एनिमेशन |
लेखक | करण अग्रवाल |
थीम संगीत रचैयता | जूलियस पैकियम |
प्रारंभ विषय | 'कुछ तो मस्त बात है' |
मूल देश | भारत |
मूल भाषा(एँ) | हिन्दी |
सीजन की सं. | 10 |
उत्पादन | |
उत्पादन कंपनियाँ | सेसमी वर्कशॉप इंडिया मीडिटेक वार्नरमीडिया |
मूल प्रसारण | |
नेटवर्क | कार्टून नेटवर्क (भारत) पोगो दूरदर्शन नेशनल ' |
प्रसारण | 15 अगस्त 2006 |
गली गली सिम सिम बच्चों के अमेरिकी टेलीविज़न धारावाहिक सेसम स्ट्रीट (अपने मपेट्स के लिए प्रसिद्ध) का भारत के लिए हिंदी भाषा का रूपांतरण है।[1] यह शो सन् 2006 में शुरू हुआ था। इसके पहले पांच सीजन के लिए इसे मिडीटेक के माध्यम से सेसमी वर्कशॉप और टर्नर एंटरटेनमेंट द्वारा सह-निर्मित किया गया था। शो की भारतीय प्रोडक्शन कंपनी को सेसमी वर्कशॉप इंडिया के नाम से जाना जाता है।
धारावाहिक का निर्माण दिल्ली में किया गया है। पहले सीज़न के 65 आधे घंटे के एपिसोड की शूटिंग फरवरी 2006 में शुरू हुई थी, जिसका प्रसारण 15 अगस्त 2006 को हुआ था।[2] अब तक इस शो के 10 सीजन आ चुके हैं।
सेसम वर्कशॉप इंडिया के शुरुआती विकास चरण के लिए फंडिंग यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआईडी), आईसीआईसीआई बैंक और टर्नर ब्रॉडकास्टिंग के सहयोग से प्रदान की गई थी।[3] यद्यपि भारत में अंग्रेजी को छोड़कर 15 से अधिक आधिकारिक भाषाएं हैं, फिर भी निर्माताओं ने प्रत्येक एपिसोड में कुछ अंग्रेजी शब्दों के साथ, शो को हिंदी में शुरू करने का निर्णय लिया।
एपिसोड प्रारूप में मूल श्रृंखला के समान हैं। शो में सड़क के दृश्य और खंड शामिल हैं। कुछ खंड स्थानीय रूप से भारतीय अभिनेताओं के साथ फिल्माए गए हैं, कुछ एनिमेटेड हैं और कुछ मूल सेसम स्ट्रीट स्किट हैं जिन्हें हिंदी में डब किया गया है।
चमकी मिलनसार, संवेदनशील और समस्या को सुलझाने में माहिर है।