गौला नदी Gaula River | |
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हल्द्वानी-काठगोदाम क्षेत्र में गौला नदी | |
स्थान | |
देश | भारत |
राज्य | उत्तराखण्ड |
नगर | काठगोदाम, हल्द्वानी, किच्छा, शाही |
भौतिक लक्षण | |
नदीशीर्ष | पहाड़पानी (सात ताल) |
• स्थान | उत्तराखण्ड |
नदीमुख | रामगंगा नदी में विलय |
• स्थान |
बरेली के निकट, उत्तर प्रदेश |
• निर्देशांक |
28°25′03″N 79°15′28″E / 28.4175°N 79.2579°Eनिर्देशांक: 28°25′03″N 79°15′28″E / 28.4175°N 79.2579°E |
लम्बाई | 578 कि॰मी॰ (359 मील)[1] |
जलसम्भर लक्षण |
गौला नदी (Gaula River) भारत के उत्तराखण्ड राज्य में बहने वाली एक नदी है। लगभग 500 किमी (310 मील) लंबी इस नदी को किच्छा नाम से भी जाना जाता है। यह नदी उत्तराखण्ड राज्य में सात ताल से निकल कर उत्तर प्रदेश में बरेली से 15 किमी (9.3 मील) उत्तर-पश्चिम में रामगंगा नदी में मिल जाती है। इसका मूल उद्गम भीडापानी, मोरनौला-शहरफाटक की ऊंची पर्वतमाला के जलस्रोतों से होता है। उसके बाद भीमताल, सात ताल की झीलों से आने वाली छोटी नदियों के मिलने से यह हैड़ाखान तक काफ़ी बड़ी नदी बन जाती है। काठगोदाम, हल्द्वानी, किच्छा, शाही इत्यादि नगर इसके तट पर बसे हैं।[2][3][4]
पिछले कई वर्षों में, भू-क्षरण और वनों की कटाई से गौला का जलग्रह भूस्खलन के लिए प्रवण बन गया है। वर्षा में गिरावट आने से, इसके प्रवाह में भी कमी आई है। हल्द्वानी के समीप मैदान पर आने के बाद गौला नदी का किनारा, अत्यधिक खनन के चलते भी क्षरण का सामना कर रहा है।