प्रेक्षण तथ्य युग J2000.0 विषुव J2000.0 (ICRS) | |
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तारामंडल | जिराफ़ |
दायाँ आरोहण | 11h 47m 41.3771s[1] |
झुकाव | +78° 41′ 28.178″[1] |
सापेक्ष कांतिमान (V) | 10.78[1] |
विशेषताएँ | |
तारकीय श्रेणी | M3.5[1] |
B−V रंग सूचक | 1.6[1] |
V−R रंग सूचक | 0.8[1] |
R−I रंग सूचक | 0.8[1] |
खगोलमिति | |
रेडियल वेग (Rv) | −119[1] किमी/सै |
विशेष चाल (μ) | दाआ.: 743.58[1] मिआसै/वर्ष झु.: 480.47[1] मिआसै/वर्ष |
लंबन (π) | 185.52 ± 1.43[1] मिआसै |
दूरी | 17.6 ± 0.1 प्रव (5.39 ± 0.04 पार) |
विवरण | |
द्रव्यमान | 0.15[2]–0.30[3] M☉ |
त्रिज्या | 0.320[3] R☉ |
डेटाबेस संदर्भ | |
सिम्बाद | data |
ऐरिसिनिस | data |
अन्य नाम | |
ग्लीज़ ४४५ (Gliese 445 या Gl 445) एक ऍम-श्रेणी का मुख्य अनुक्रम तारा है जो पृथ्वी के आकाश में जिराफ़ तारामंडल के क्षेत्र में ध्रुव तारे के पास नज़र आता है। वर्तमानकाल में यह हमारे सूरज से १७.६ प्रकाश-वर्ष दूर है और इसका सापेक्ष कांतिमान (यानि चमक का मैग्निट्यूड) १०.८ है। पृथ्वी पर यह कर्क रेखा से उत्तर के सभी क्षेत्रों में रातभर देखा जा सकता है लेकिन इसकी चमक इतनी मंद है कि इसे देखने के लिये दूरबीन आवश्यक है। यह हमारे सूरज का एक-तिहाई द्रव्यमान (मास) रखने वाला एक लाल बौना तारा है और वैज्ञानिक इसके इर्द-गिर्द मौजूद किसी ग्रह पर जीवन होने की सम्भावना कम समझते हैं।[4]
१९७७ में अमेरिकी अंतरिक्ष अनुसंधान संस्था नासा द्वारा छोड़ा गया वॉयेजर प्रथम यान वर्तमान से लगभग ४०,००० सालों बाद ग्लीज़ ४४५ तारे से लगभग १.६ प्रकाश वर्ष की दूरी से गुज़रेगा।[5] इस काल में यह तारा स्वयं भी हमारी ओर तेज़ गति से आ रहा है और जब वॉयेजर प्रथम इस के पास से निकलेगा उस समय यह तारा हमारे सूरज से लगभग ३.४५ प्रकाश वर्षों की दूरी पर होगा। इतने पास होने के बावजूद भी इस तारे की चमक पृथ्वी की सतह से बिना दूरबीन के देखे जाने के लिए पार्याप्त नहीं होगी।[4]