चुप चुप के | |
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चुप चुप के का पोस्टर | |
निर्देशक | प्रियदर्शन |
निर्माता | रोनी स्क्रूवाला |
अभिनेता |
शाहिद कपूर अनुपम खेर, करीना कपूर, सुनील शेट्टी, परेश रावल |
संपादक | अरुन कुमार |
संगीतकार | हिमेश रेशमिया |
वितरक | यूटीवी मोशन पिक्चर्स |
प्रदर्शन तिथियाँ |
9 जून, 2006 |
लम्बाई |
164 मिनट |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
लागत | ₹12 करोड़[1] |
कुल कारोबार | ₹25.58 करोड़[1] |
चुप चुप के 2006 में बनी प्रियदर्शन द्वारा निर्देशित हिन्दी भाषा की हास्य-नाट्य फिल्म है। मूल रूप से खट्टा मीठा के रूप में शीर्षकित, फिल्म की कहानी मलयालम फिल्म पंजाबी हाउस (1998) से अनुकूलित की गई है। फिल्म में शाहिद कपूर और करीना कपूर अपनी एक साथ तीसरी फिल्म में नेहा धूपिया, सुनील शेट्टी, परेश रावल, राजपाल यादव, शक्ति कपूर, ओम पुरी और अनुपम खेर के साथ हैं।
जीतू (शाहिद कपूर) एक किस्मत का मारा एक लड़का है, जो जिस भी व्यापार में पैसे लगाता है, वो सब डूब जाता है। उसके ऊपर कर्ज बढ़ता ही जाता है। उसके इतने सारे कर्ज के कारण उसके पिता और सारे लोग उससे परेशान रहते हैं। परेशान हो कर वो अपनी मंगनी, पूजा (सुषमा रेड्डी) से तोड़ देता है और ख़ुदकुशी करने का फैसला करता है, ताकि उसके मरने के बाद बीमा के पैसे से उसके पिता सारा कर्ज उतार सकें। वो जिससे भी कर्ज लिए रहता है, उन सभी को नदी के किनारे बुलाता है और ये बात बता कर पानी में कूद जाता है। लोगों के काफी ढूंढने के बाद भी उसकी लाश नहीं मिलती है। तैराक कहते हैं कि पानी का बहाव ज्यादा होने के कारण लाश बहुत दूर चले गई होगी।
मछ्ली पकड़ने वाले गुंडिया (परेश रावल) और बंड्या (राजपाल यादव) को जाल में एक इंसान (जो असल में जीतू है) मिलता है। वे लोग उसे अस्पताल ले जाते हैं और वहाँ वे लोग जीतू को गूंगा और बेहरा सोचने लगते हैं। जीतू भी ऐसा ही नाटक करने लगता है। प्रभात सिंह चौहान (ओम पूरी) अपने पैसे न मिलने के कारण गुंडिया की नाव ले जाता है। जब गुंडिया उसके पास नाव वापस मांगने आता है तो प्रभात सिंह चौहान उसे कुछ गारंटी के रूप में रखने के लिए देने बोलता है। वो गारंटी के रूप में जीतू और बंड्या को दे देता है और नाव ले कर चले जाता है।
उन दोनों को वहाँ नौकर के रूप में काम कराया जाता है। एक दिन मीनाक्षी (नेहा धूपिया) और श्रुति (करीना कपूर) को पता चलता है कि जीतू गूंगा बेहरा नहीं है। वे लोग उसके राज को राज रखने के बदले कुछ और कराना चाहते हैं। श्रुति की शादी ऐसे घर में तय होती है, जो बस पैसों के लालच में होता है। मीनाक्षी इस शादी को तोड़ने के लिए जीतू से श्रुति का प्रेमी बन कर उनको फोन करने बोलती है, जिससे रिश्ता टूट जाता है।
मीनाक्षी को पता चलता है कि जीतू के ऊपर बहुत सारा कर्ज है और वो पैसों के लिए कुछ भी कर सकता है। जीतू और प्रभात कार से बहुत सारे पैसों के साथ जाते हैं और एक सड़क हादसे का शिकार हो जाते हैं। उन दोनों के न लौटने के कारण उन्हें ऐसा लगता है जैसे जीतू ने कुछ कर दिया है। मीनाक्षी के कहने पर पुलिस जीतू को पकड़ कर उसकी अच्छी तरह पिटाई करती है। प्रभात घर लौटता है और बताता है कि उसके कार की टक्कर हो गई थी, उसके बाद जीतू उसे अस्पताल ले गया और पैसे जिसे देने थे, उसे देकर दवाई लेने गया था, पर लौटा नहीं। ये बात जान कर उन सभी को पछतावा होता है। वे लोग बंड्या के हाथों उसके कर्ज का सारा पैसा गाँव भिजवा देते हैं, और वो आकर बताता है कि पूजा की शादी हो चुकी है, जिसे सुन कर जीतू खुश हो जाता है। इसी बीच श्रुति अपने प्यार का जीतू के सामने इजहार करती है। मंगल को पता चलता है कि श्रुति को जीतू से प्यार करने लगी है और वो उन दोनों की शादी कराने का फैसला करता है। जीतू जो अब कर्ज से मुक्त हो चुका है और श्रुति से प्यार करने लगा है, वो शादी के लिए मान जाता है।
इसी बीच जीतू के घर वालों को जीतू के जीवित होने का पता चल जाता है। वे लोग शादी के समारोह में आते हैं और सभी में बहस शुरू हो जाती है। जब पूजा को पता चलता है कि श्रुति बोल नहीं सकती, तो उसका मन बदल जाता है और वो जीतू को श्रुति से शादी करने बोलती है। इसके बाद जीतू और श्रुति की शादी हो जाती है और वे लोग हमेशा खुश रहते हैं।
चुप चुप के | ||||
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फ़िल्म एल्बम हिमेश रेशमिया द्वारा | ||||
जारी | 2006 | |||
संगीत शैली | बॉलीवुड संगीत | |||
लंबाई | 47:56 | |||
लेबल | टी-सीरीज़ | |||
निर्माता | हिमेश रेशमिया | |||
हिमेश रेशमिया कालक्रम | ||||
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सभी गीत समीर द्वारा लिखित; सारा संगीत हिमेश रेशमिया द्वारा रचित।
क्र॰ | शीर्षक | गायन | अवधि |
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1. | "आया रे आया रे" | कुणाल गांजावाला, सुनिधि चौहान | 4:08 |
2. | "आया रे आया रे" (रीमिक्स) | कुणाल गांजावाला, सुनिधि चौहान | 3:25 |
3. | "घूमर रे घूमर रे" | केके, सुनिधि चौहान | 5:14 |
4. | "घूमर रे घूमर रे" (रीमिक्स) | केके, सुनिधि चौहान | 5:08 |
5. | "तुम्हीं से ये दिल मेरा" | विजय येसुदास, श्रेया घोषाल | 5:45 |
6. | "तुम्हीं से ये दिल मेरा" (धुन) | कुणाल गांजावाला | 2:14 |
7. | "दिल विच लग्या वे" | सोनू निगम, कुणाल गांजावाला, आकृति कक्कड़ | 5:25 |
8. | "दिल विच लग्या वे" (रीमिक्स) | सोनू निगम, कुणाल गांजावाला, आकृति कक्कड़ | 4:38 |
9. | "मौसम बड़ा क़ातिल है" | सोनू निगम | 4:21 |
10. | "शब-ए-फ़िराक़" | हिमेश रेशमिया, तुलसी कुमार | 4:10 |
11. | "शब-ए-फ़िराक़" (रीमिक्स) | हिमेश रेशमिया, तुलसी कुमार | 3:28 |