चेन्नई में आई.टी हाइवे, जिसके शिरोपरि एम आर टी एस (चेन्नई) निकलता हुआ दिखाई दे रहा है
चेन्नई दक्षिण भारत के प्रवेशद्वार की भांति प्रतीत होता है, जिसमें अन्ना अन्तर्राष्ट्रीय टर्मिनल एवं कामराज अन्तर्देशीय टार्मिनल सहित चेन्नई अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डाभारत का तीसरा व्यस्ततम विमानक्षेत्र है।[1][2] चेन्नई शहर दक्षिण एशिया, दक्षिण-पूर्व एशिया, पूर्वी एशिया, मध्य पूर्व, यूरोप एवं उत्तरी अमरीका के प्रधान बिन्दुओं पर ३० से अधिक राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय विमान सेवाओं से जुड़ा हुआ है। यह विमानक्षेत्र देश का दूसरा व्यस्ततम कार्गो टार्मिनस है। वर्तमान विमानक्षेत्र में अधिक आधुनिकिकरण और विस्तार कार्य प्रगति पर हैं। इसके अलावा श्रीपेरंबुदूर में नया ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट लगभग २००० करोड़ रु. की लागत से बनना तय हुआ है।[3]
शहर में दो प्रधान सागरपत्तन (बंदरगाह) हैं, चेन्नई पोर्ट जो सबसे बडए कृत्रिम बंदरगाहों में एक है, तथा एन्नोर पोर्ट। चेन्नई पोर्ट बंगाल की खाड़ी में सबसे बड़ा बंदरगाह और भारत का दूसरा सबसे बड़ा सागरीय-व्यापार केन्द्र है, जहां ऑटोमोबाइल, मोटरसाइकिल, सामान्य औद्योगिक माल और अन्य थोक खनिज की आवा-जाही होती है।[4] एक छोटा बंदरगाह रोयापुरम में भि है, जो स्थानीय मछुआरों और जलपोतों द्वारा प्रयोग होता है।
चेन्नई देश के अन्या भागों से सड़क और रेल द्वारा भली-भांति जुड़ा हुआ है। यहां से पाँच मुख्य राष्ट्रीय राजमार्ग शहर को मुंबई, कोलकाता, तिरुचिरापल्ली, तिरुवल्लुर, तिंडिवनम और पुदुचेरी को जोड़ते हैं।[5] चेन्नई मोफस्सिल बस टर्मिनस, चेन्नई से सभी अन्तर्राज्यीय बस सेवाओं का अड्डा है। यह एशिया का सबसे बड़ा बस-अड्डा है।[6] सात सरकारी यातायात निगम अन्तर-शहरी और अन्तर्राज्यीय बस सेवाएं संचालित करते हैं। बहुत सी निजी बस सेवाएं भि चेन्नई को अन्य शहरों से सुलभ कराती हैं।
मेट्रोपॉलिटन ट्रांस्पोर्ट कार्पोरेशन {MTC) शहर में बस यातायात संचालित करता है। निगम का २७७३ बसों का बेड़ा २८८ मार्गों पर ३२.५ लाख यात्रियों को दैनिक परिवहन उपलब्ध कराता है।[10]
शहर के बहुत से मार्गों पर मैक्सी कैब नाम से वैन और सवारी भाड़े पर ऑटोरिक्शा भी चलते हैं, जो बस सेवा का विकल्प देते हैं। चेन्नई की यातायात संरचना अच्छा संपर्क उपलब्ध कराती है, किंतु बड़ती हुई जनसंख्या को देखाते हुए यातायात संकुलन (कंजेशन) और प्रदूषण की समस्याएं भी खड़ी हो गयी हैं। प्रशासन ने इन समस्याओं के समाधान स्वरूप फ्लाईओवर तथा ग्रेड-सेपरेटर निर्माण किये हैं, जिसका शुभारंभ १९७३ में जेमिनी फ्लाईओवर से शहर की सबसे महत्त्वपूर्ण सड़क अन्ना सलाइ से हुआ था।[11][12] और हाल ही में तैयार हुआ इस शृंखला की नवीनतम कड़ी काठीपाड़ा फ़्लाईओवर है।
↑"The Growth". Metropolitan Transport Corporation (Chennai) Ltd. May 31, 2008. मूल से से 26 मई 2008 को पुरालेखित।. अभिगमन तिथि: 2008-05-31.
↑"Land Use and Planning Strategy"(PDF). Draft Master Plan – II for Chennai Metropolitan Area. Chennai Metropolitan Development Authority. p. p. 60. 27 सितंबर 2007 को मूल से पुरालेखित(PDF). अभिगमन तिथि: 2007-09-16. {{cite web}}: |page= has extra text (help)
↑Srivathsan, A (September 29, 2007). "Bridge across time Skyline". द हिन्दू. मूल से से 27 मार्च 2011 को पुरालेखित।. अभिगमन तिथि: 2007-09-16.