जब वी मेट Jab We Met | |
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निर्देशक | इम्तियाज़ अली |
लेखक | इम्तियाज अली |
निर्माता | Dhillin Mehta |
अभिनेता |
शाहिद कपूर करीना कपूर |
छायाकार | Natarajan Subramaniam |
संपादक | Aarti Bajaj |
संगीतकार |
प्रीतम Sanjoy Chowdhury (background) इरशाद कामिल (गीतकार) |
वितरक | Shree Ashtavinayak Cinevision Ltd |
प्रदर्शन तिथियाँ |
United Kingdom October 25, 2007 Worldwide October 26, 2007 |
लम्बाई |
१४२ मिनट |
भाषा | हिन्दी/पंजाबी |
कुल कारोबार | ₹ ५५ करोड़[1] |
जब वी मेट (अंग्रेज़ी: Jab We Met) 2007 की एक हिंदी रोमांटिक कॉमेडी फिल्म है जिसे इम्तियाज अली ने लिखा और निर्देशित किया। फिल्म को धिलिन मेहता ने श्री अष्टविनायक सिनेविजन लिमिटेड के अर्न्तगत बनाया, इसमें शाहिद कपूर और करीना कपूर ने अपनी चौथी फिल्म में एक साथ काम किया। दारा सिंह और सौम्या टंडन, जो उत्तर भारत के मशहूर कलाकार हैं, ने इसमें सहायक भूमिकाएं कीं।
फिल्म एक पंजाबी लड़की की कहानी है, जिसकी ट्रेन में मुंबई के एक उद्योगपति से मुलाकात होती है, जो जिंदगी से उदास है। वह एक स्टेशन पर उतर जाता है, उसे वापस ट्रेन पर बुलाने की कोशिश में वो भी उतर जाती है, दोनों किसी अनजान शहर में खड़े हैं और उनकी ट्रेन छूट जाती है। व्यक्ति अपने कॉर्पोरेट जॉब के दबाव में रह चुका है, उसके दिमाग में कोई गंतव्य नहीं है, लड़की उस पर अपने घर तक साथ जाने के लिए दबाव डालती है और उसे अपने गुप्त प्रेमी के बारे में बताती है।
26 अक्टूबर, 2007 यह पूरी दुनिया में रिलीज हुई, लेकिन उससे एक दिन पहले ही यह ब्रिटेन में रिलीज हो गयी थी, फिल्म भारतीय बॉक्स ऑफिस पर एक बहुत बड़ी हिट रही और इसने विदेशों में भी अच्छा व्यापार किया। इसकी सफलता के कारण, फिल्म के वितरकों, श्री अष्टविनायक सिनेविजन लिमिटेड, ने घोषणा की कि जब वी मेट को कॉर्पोरेट एंटिटी मोज़र बेयर के द्वारा चार दक्षिण भारतीय भाषाओँ में फिर से बनाया जायेगा-- तमिल, तेलगु,कन्नड़ और मलयालम.[2]
आदित्य कश्यप (शाहिद कपूर), जो एक प्रसिद्ध उद्योगपति का बेटा है, बहुत अधिक परेशान है, एक ऐसी लड़की की शादी में भाग लेकर और अधिक दुखी हो जाता है, जो किसी और से प्यार करती है। उसे दुनिया से नज़रें मिलाने में शर्म महसूस होती है, वह शादी के समारोह को छोड़ कर चला जाता है और रात को एक ट्रेन पकड़ता है।
ट्रेन में वह एक सुन्दर, बातूनी लड़की गीत ढिल्लों (करीना कपूर) से मिलता है, जो मुंबई से अपने घर-भटिंडा (पंजाब) जा रही है। शुरू में, आदित्य गीत से बहुत चिढ़ जाता है और हर बार उससे मिलना उसके लिए किसी मानसिक यंत्रणा से कम नहीं होता है। वह अपने प्रेमी अंशुमन (तरूण अरोड़ा) के साथ भागने की अपनी योजनाओं के बारे में उसे बताती है, साथ यह भी बताती है कि उसके माता पिता उसकी इस शादी से राजी नहीं होंगे।
गीत आदित्य को इतना परेशान कर देती है कि वह ट्रेन से उतर जाता है। गीत उसे ट्रेन पर वापस बुलाने की कोशिश करती है, इसी कशमकश में उसकी ट्रेन छूट जाती है और दोनों एक उजाड़ से स्टेशन पर खड़े होते हैं, गीत का सामान ट्रेन में छूट जाता है और उसके पास पैसे भी नहीं होते हैं। गीत आदित्य को बताती है कि अब उसे ही सुरक्षित रूप से उसके घर पंजाब तक पहुंचाना होगा। दोनों उत्तर भारतीय प्रदेशों से होते हुए एक सुखद यात्रा शुरू करते हैं, बसों, टैक्सियों और ऊंट-गाड़ियों से वे गीत के घर पहुंच जाते हैं। आदित्य जो गीत के साथ बहुत सा समय बिता चुका होता है, वह जीवन को लेकर फिर से सकारात्मक महसूस करने लगता है।
जब वे घर पहुंचते हैं, गीत के घर वालों (पवन मल्होत्रा, दारा सिंह और किरण जुनेजा) को गलत फहमी हो जाती हैं कि वे दोनों एक दूसरे को प्यार करते हैं, लेकिन वे दोनों जल्दी ही गीत के परिवार को विश्वास दिला देते हैं कि उनके बीच ऐसा कुछ नहीं है। आदित्य गीत के परिवार को बताता है कि वह एक संगीतकार है, वह नहीं चाहता कि वे लोग उसे एक प्रसिद्ध उद्योगपति के रूप में पहचान लें और उसका परिवार इस बात को स्वीकार कर लेता है। कुछ दिनों बाद, गीत के परिवार वाले उसके लिए एक लड़का देखते हैं, जो उससे शादी करने के लिए उसे देखने आने वाला है।
जब वह लड़का वहाँ आता है, गीत (उसे भगाने के लिए) आदित्य के साथ प्यार का नाटक करती है, वह गीत और आदित्य को एक साथ कुछ अन्तरंग क्षण बिताते हुए देख लेता है। बाद में उस रात, गीत मनाली में अंशुमन से शादी करने के लिए आदित्य के साथ घर से भाग जाती है। बहरहाल, गीत की बहन उन दोनों को एक साथ भागते हुए देख लेती है और पूरे परिवार को इस बारे में बता देती है। वे जल्दी से उन्हें पकड़ने की कोशिश करते हैं, लेकिन इससे उनका शक सही साबित हो जाता है कि वे दोनों एक दूसरे से प्यार करते हैं। वे दोनों मनाली पहुंच जाते हैं और फिर अपने अलग अलग रास्ते पकड़ते हैं।
गीत के प्रभाव के कारण, एक नए विश्वास और जीवन के प्रति एक सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ आदित्य मुंबई पहुंचता है और अपनी कम्पनी को चरम सफलता तक पहुंचा देता है। उसके पहुंचने के लगभग नौ महीने के बाद, वह एक नया उत्पाद लॉन्च करता है, "गीत" के नाम पर एक कॉलिंग कार्ड। गीत के परिवार वाले टीवी पर इस लॉन्च को देखते हैं और आदित्य से मिलने के लिए मुम्बई रवाना हो जाते हैं। आदित्य यह सुनकर हैरान हो जाता है कि गीत अब तक घर वापस नहीं पहुंची है। वह उसे ढूंढने और घर वापस पहुंचाने की जिम्मेदारी लेता है।
आदित्य फिर से मनाली जाता है, जहां उसे आशा है कि गीत अपने नए पति के साथ होगी, लेकिन यहां पहुंच कर उसे पता चलता है कि अंशुमन ने गीत से शादी करने से इनकार कर दिया है और उसे वापस भेज दिया है। अंशुमन को कुछ द्वेषपूर्ण शब्द कहने के बाद, आदित्य गीत को ढूंढने निकल जाता है।
अंत में वह उसे हिमालय के एक शहर शिमला में ढूंढ लेता है, वह यह देख कर हैरान हो जाता है कि गीत क्या से क्या हो गयी है: एक शांत, चुप, दुखी लड़की, जो एक स्कूल में पढ़ाती है।
वह उसे इन परिस्थितियों का सामना करने के लिए तैयार करता है, वह किसी तरह उसे मुंबई वापस ले आता है और चीजें फिर से उस के पक्ष में होने लगती हैं। हालांकि, अंशुमन आकर बताता है कि उसे महसूस हुआ कि उसने गलत किया है और अपने सम्बन्ध को फिर से सुधारने की कोशिश करता है। शुरू में, गीत को नहीं लगता कि वह उसकी माफ़ी को स्वीकार कर लेगी लेकिन आदित्य उसे ऐसा करने के लिए कहता है, बावजूद इसके कि वह खुद उससे प्यार करने लगता है।
तीनों भटिंडा वापस पहुंचते हैं, ये बताने के लिए कि गीत और अंशुमन शादी करना चाहते हैं। भटिंडा में फिर से परिवार को ऐसा लगता है कि गीत और आदित्य एक दूसरे से प्यार करते हैं और इस भ्रम की स्थिति में वे लोग परिवार की गलतफहमी को दूर नहीं कर पाते हैं। इस गलतफहमी को दूर करने की कोशिश में, गीत को यह अहसास होता है कि वह वास्तव में आदित्य से ही प्यार करने लगी है, अंशुमन से नहीं और इसलिए उन दोनों की शादी हो जाती है।
वह अपनी असुरक्षा से लड़ने में इतना व्यस्त रहता है कि अपने जीवन का आनंद नहीं उठता है, तब गीत उसके जीवन में आती है।
फिल्म पर पूर्व निर्माण का कार्य 2007 में शुरू हुआ जब श्री अष्टविनायक सिनेविजन लिमिटेड ने घोषणा की कि निर्देशक इम्तियाज अली वास्तविक जीवन के जोड़े शाहिद और करीना कपूर को लेकर एक फिल्म बनायेंगे जो उनके जीवन की पहली "फुल फ्लेज्द रोमांटिक ड्रामा" होगी। [3]
जब अली ने फिल्म के लिए कास्टिंग शुरू की, करीना कपूर गीत ढिल्लों की भूमिका करने के लिए निर्देशक की पहली पसंद थीं और आदित्य कश्यप की भूमिका के लिए शाहिद कपूर को लिया गया, अली ने उससे मिल कर पाया कि अभिनेता एक पोस्टर के लड़के से कहीं अधिक है।
दो मुख्य अभिनेताओं पर, अली ने टिप्पणी की, "मुझे एक लड़की चाहिए थी, जो ट्रेन छूट जाने पर स्वाभाविक दिखायी दे, उसे मेक-अप नहीं करना था, उसे ऐसा दिखना था कि वह बहुत गुस्से में है, बातूनी है, दिलचस्प है लेकिन परेशान करने वाली नहीं।
मैं कभी भी उसका [करीना का] प्रशंसक नहीं था और मैंने उसके ज्यादा रोल देखे भी नहीं हैं, लेकिन मुझे पता था कि वह गीत के रूप में बिलकुल ठीक रहेगी [.......] [दूसरी ओर], जब मैं उससे मिला [शाहिद से], मुझे एहसास हुआ कि वह भूलने योग्य अभिनेता नहीं है, वह कई फिल्मों में आ चुका है। उसने जीवन में बहुत कुछ सहा है और उस परिपक्वता को कभी बाहर नहीं लाया। वह एक युवा, परिपक्व, चुप आदमी की भूमिका के लिए बिल्कुल सही. था[4]
शूटिंग की शुरुआत 20 मार्च, 2007 को चंडीगढ़, पंजाब में शुरू हुई, बाद में शिमला,[5] मनाली और हिमाचल प्रदेश[6] जैसी जगहों पर इसकी शूटिंग की गयी, जहां एक गाने को हिमालय[7] और रोहतांग पास में फिल्माया गया।[8] मुंबई में फिल्म की शूटिंग के अंतिम समय में सूत्रों ने संकेत दिया यह जोड़ी टूट गयी है। हालांकि मीडिया ने इसे फिल्म के लिए एक पब्लिसिटी स्टंट के रूप में पेश किया, लेकिन बाद में यह पुष्टि हो गयी कि यह वास्तव में ठीक था।[9] फिल्म के शीर्षक को एक लोकप्रिय वोट से तय किया गया; मूवीगोअर्स ने पंजाब मेल, इश्क वाया भटिंडा, और जब वी मेट के विकल्प दिए। [10][11]
इस फिल्म को प्रोमोट करने के लिए, अभिनेता अलग अलग टीवी शो में दिखाई दिए।
करीना कपूर गायन प्रतिभा प्रतियोगिता सा रे गा मा पा चैलेंज 2007 में मेहमान जज के रूप में आयीं जबकि शाहिद कपूर क्रमशः अमूल स्टार वोईस ऑफ़ इंडिया और[12] झलक दिखला जा में दिखायी दिए;[12][13] बाद में दोनों एक साथ नच बलिये में दिखायी दिए। [14] इसके अलावा, निर्माताओं ने जब वी मेट के लिए मुंबई में पश्चिम और मध्य लाइनों की दो पूरी लोकल ट्रेनों को पेंट किया, जहां शाहिद कपूर अपने साथी यात्रियों से बातचीत कर रहे थे, उन्होंने फिल्म के बारे में उन्हें जानकारी दी। [15]
23 अक्टूबर 2007 की रात को, फिल्म से जुड़े लोगों और उनके परिवारों के लिए मुंबई में यशराज स्टूडियो पर फिल्म का विशेष पूर्वावलोकन हुआ।[16]
फिल्म की शुरुआत 26 अक्टूबर 2007 को एक सकारात्मक समीक्षा के साथ हुई, इसे शुरुआत में पूरे भारत में 70 % लोगों के द्वारा पसंद किया गया, सप्ताह के अंत तक यह प्रतिशतता बढ़ कर 90% तक पहुंच गयी।[17] इसने पहले सप्ताह 350 सिनेमाघरों से कुल 11.75 करोड़ रुपये का व्यापार किया,[18] दूसरे सप्ताह भी इसने बहुत अच्छा व्यापार किया,[19] और पूरी दुनिया में इसके शो में 40% -50 % की भारी वृद्धि देखी गयी।[20]
दूसरे सप्ताह में भी इसने अपना मार्च जारी रखा और 9 करोड़ से अधिक का व्यापार किया, इस प्रकार दोनों सप्ताहों में कुल 21 करोड़ का व्यापर किया,[21] फिल्म को हिट घोषित किया गया।[22]
इसके तीसरे सप्ताह में, जब वी मेट ने और दो करोड़ का व्यापार किया,[23] लेकिन फराह खान की ओम शांति ओम और संजय लीला भंसाली की सांवरिया के आने से इसे झटका लगा, जिसके परिणामस्वरूप इसके शो की संख्या में कमी आ गयी।[24] लोकप्रिय मांग और बाद के खराब प्रदर्शन के कारण, अगले सप्ताह में पूरे देश में फिल्म के लिए प्रिंटों की संख्या में वृद्धि हुई,[25][26] और इसके परिणामस्वरूप फिल्म के कलेक्शन में पचास प्रतिशत की वृद्धि हुई। [27]
14 दिसम्बर, 2007 को बॉक्स ऑफिस पर सफलता के पचास दिन पूरे करने पर,[28] फिल्म को भारत के बॉक्स ऑफिस के द्वारा सुपर हिट का दर्जा दिया गया,[29] और सिनेमाओं में सफलतापूर्वक लगातार चलती रही, इससे बाद में रिलीज हुई फिल्म ओम शांति ओम की तुलना में इसके शो अधिक संख्या में चल रहे थे।[30]
फरवरी 2008 को, जब वी मेट कुल 30 करोड़ का व्यापर कर चुकी थी,[31] और देश के सबसे बड़े हिट्स में से एक के रूप में उभरी.[29][32] 30 जनवरी, 2008 को यह घोषित किया गया कि बॉक्स ऑफिस पर इसके 100 दिनों तक चलने की इसकी सफलता का जश्न मनाने के लिए वेलेंटाइन दिवस पर दिल्ली के PVR सिनेमाओं में फिल्म की विशेष स्क्रीनिंग होगी। [33]
इसी बीच, जब वी मेट विदेशों, विशेष रूप से ब्रिटेन में भी अच्छी चली, जहां ये 26 अक्टूबर को पूरी दुनिया में रिलीज होने से एक दिन पहले रिलीज की गयी थी। ब्रिटेन में नंबर 10 पर डेब्यू के साथ, फिल्म ने अपनी पूर्व पूर्वालोकन की रात £ 11,488 संग्रहित किये और अपने शुरुआत के सप्ताहांत पर £ 144,525 संग्रहित किये और इस तरह 31 स्क्रीनों से कुल £ 156,013 संग्रहित किये। [34]
फिल्म लगातार अच्छा व्यापार करती रही और अपने दूसरे सप्ताह में इसने उत्कृष्ट संग्रह किया और दोनों सप्ताहों में कुल £ 325,996 का व्यापार किया। [लगभग ७५०१- १०,००० रु.2.67 करोड़ रुपये]; फिल्म को सुपर हिट घोषित किया गया था।[35] अगले पांच सप्ताहों में, जब वी मेट ने 54 स्क्रीनों से कुल £ 43,529 का संग्रहण किया।[36][37] और कुल £ 424,681 का संग्रहण किया। [लगभग
रूपये 3.30 करोड़].[38]
रिलीज पर, फिल्म की शुरुआत सकारात्मक समीक्षाओं के साथ हुई। आलोचकों ने फिल्म की सादगी के लिए सराहना की, इसके रोमांस के बारे में कहा गया कि "यह 2007 में बॉलीवुड से आने वाली सबसे बेहतरीन रोमांटिक फिल्मों में से एक थी".[39][40] फिल्म के निर्देशन और अभिनय की विशेष रूप से सराहना की गई। इंडिया FM के तरन आदर्श ने फिल्म को 5 में से 3.5 की रेटिंग दी और कहा "यह उतनी ही ताजा है जितनी कि चिलचिलाती गर्मी में ठंडे तरबूज का रस."[39] सुभाष के. झा ने लिखा, "...जब वी मेट एक इस प्रकार का सिनेमाई अनुभव है जो आज की तारीख़ में मुश्किल है,[41]
CNN-IBN से राजीव मसंद ने फिल्म को 5 में से 3 स्टार दिए, इसे एक ऐसी फिल्म के रूप में वर्णित किया "जो ऐसे प्यारे छोटे छोटे क्षण लती है जो आपके चेहरे पर मुकान ले आयें.[42]
अधिकांश आलोचक इस बात से सहमत थे कि फिल्म का मुख्य आकर्षण है अग्रणी जोड़ी और शाहिद और करीना के बीच की केमिस्ट्री.
राजीव मसंद ने आगे कहा, "फिल्म का वास्तविक जादू इसके दो मुख्य अभिनेताओं के प्रदर्शन में छुपा है, जो स्क्रीन पर आते ही आपका ध्यान अपनी और खींच लेते हैं।[42] तरन आदर्श ने टिप्पणी की, "शाहिद ने जब वी मेट में अपने कैरियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है।...... करीना भी शीर्ष पर है। जब वी मेट उसके कैरियर में एक महत्वपूर्ण मोड़ है [व्यक्तिगत रूप से और पेशेवर रूप से भी]. बहुत बढ़िया (Fantabulous) -- इस बार उसके काम का वर्णन करने के लिए यह बिलकुल सही शब्द है। जिस विश्वास के साथ वह विषम भूमिकाओं को हेंडल करती है, वह अद्वितीय है।
यह फिल्म उस के लिए वह कर सकती है जो कुछ कुछ होता है (1998) ने काजोल के लिए किया। "[39] सुभाष के. झा ने भी इस केमिस्ट्री को मंजूरी दी, "...ये तो फुलझडीयां हैं।...करीना और शाहिद अनजाने में इतने वास्तविक लग रहे हैं, कि आप अभिनेताओं के बजाय उनके पात्रों को देखते हैं, जो एक श्रृंखला में कल्पना को बखूबी पूरा कर रहे हैं और घटनाओं को सक्रिय बना रहे हैं।..."[41]
टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने फिल्म को 5 में से 4 स्टार देते हुए निष्कर्ष निकला, "फिल्म का सम्बन्ध शाहिद और करीना से है, जो एक यादगार प्रदर्शन कर रहें हैं और एक लड़के और लड़की के मिलने की कहानी का बिल्कुल नया अर्थ प्रस्तुत करते हैं।[43] Indiaglitz.com से जोगिंदर टुटेजा ने फिल्म को 5 में से 3.5 स्टार देते हुए इसे, "शाहिद-करीना की DDLJ के रूप में वर्णित किया और निष्कर्ष निकला कि"...... यह बहुत ही दर्द भरी बात होगी यदि दोनों में से किसी एक भी अभिनेता को अपने प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत या सम्मानित न किया जाये..."[44]
निर्देशक इम्तियाज अली के लिए भी अनुकूल समीक्षाएं दी गयीं। इंडिया टाइम्स ने लिखा, "उनकी सोचा ना था (2004) की इतनी प्रशंसा के बाद, इम्तियाज़ बड़े और बेहतर हो रहे हैं और इसका परिणाम उड़ते हुए रंगों के अलावा और कुछ नहीं है।"[45] जबकि Bollyvista.com के अनुसार, "फिल्म के पलोट को भारत में और अंतर्राष्ट्रीय रूप से पहले भी बनाया जा चुका है।
इसके अलावा जो भी वह है इम्तियाज़ अली का उत्कृष्ट लेखन और निर्देशन.[46]
नीचे एक अधूरी सूची दी गयी है जो जब वी मेट के द्वारा प्राप्त किये गए पुरस्कारों और नामांकनों को बताती है।
वर्ष | प्रस्तुतकर्ता | पुरस्कार | परिणाम |
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2007 | हिंदुस्तान टाइम्स कैफे फिल्म पुरस्कार[47] | सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री | जीता |
2008 | स्टार स्क्रीन पुरस्कार[48] | सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री | जीता |
छह अतिरिक्त नामांकन[49] | |||
स्टारडस्ट पुरस्कार[50] | सर्वश्रेष्ठ फिल्म (श्री अष्टविनायक सिनेविजन लिमिटेड) | जीता | |
स्टार ऑफ़ द इयर -फीमेल | जीता | ||
सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए एडिटर्स चोइस पुरस्कार | जीता | ||
तीन अतिरिक्त नामांकन[51] | |||
फ़िल्म फेयर पुरस्कार[52] | सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री | जीता | |
सर्वश्रेष्ठ संवाद (इम्तियाज अली) | जीता | ||
पांच अतिरिक्त नामांकन[53] | |||
वार्षिक केंद्रीय यूरोपीय बॉलीवुड पुरस्कार[54] |
सर्वश्रेष्ठ जोड़ी | जीता | |
अप्सरा फिल्म एंड टेलीविजन प्रोड्यूसर्स गिल्ड पुरस्कार[55] |
सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री | जीता | |
सर्वश्रेष्ठ संवाद (इम्तियाज अली) | जीता | ||
सर्वश्रेष्ठ संगीत (प्रीतम) | जीता | ||
छह अतिरिक्त नामांकन[56] | |||
ज़ी सिने पुरस्कार[57] | सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री | जीता | |
बेस्ट ट्रेक ऑफ़ द इयर (मौजा ही मौजा | जीता | ||
सर्वश्रेष्ठ पटकथा (इम्तियाज अली) | जीता | ||
पांच अतिरिक्त नामांकन[58] | |||
अंतरराष्ट्रीय भारतीय फिल्म अकादमी पुरस्कार[59] |
सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री | जीता | |
सर्वश्रेष्ठ संवाद (इम्तियाज अली) | जीता | ||
पांच अतिरिक्त नामांकन[60] |
Jab We Met | ||||
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Soundtrack album Pritam द्वारा | ||||
जारी |
21 September 2007 (India) | |||
संगीत शैली | Feature film soundtrack | |||
लंबाई | 45:01 | |||
लेबल |
T-Series | |||
निर्माता | Dhillin Mehta | |||
Pritam कालक्रम | ||||
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7 दिसम्बर 2007 को, फिल्म को आधिकारिक तौर पर अमेरिका, ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात और अन्य अंतरराष्ट्रीय बाजार में DVD पर रिलीज किया गया। एक मात्र डिस्क कलेक्टर के आइटम एक बंद बॉक्स में हैं, DVD में अंग्रेजी, पुर्तगाली, अरबी और स्पैनिश उपशीर्षक थे।[61]
भारत में, जब वी मेट की DVD 29 जनवरी को एकमात्र और एक विशेष ट्विन DVD पैक में रूपये की कीमत के साथ रिलीज की गयी 50.[62] हालांकि फिल्म की अवधि 138 मिनट है, एक ट्विन पैक में अतिरिक्त DVD में 20 मिनट ज्यादा हैं जो फिल्म निर्माण के विशेष फीचर्स दर्शाते हैं। इंडिया FM ने DVD को 5 में से 4 स्टार दिए और कहा, "जब वी मेट को जरूर खरीदना चाहिए; इसके आस पास निश्चित रूप से कोई दूसरा विकल्प नहीं है। जब वी मेट 'की रिलीज के बाद असंख्य फिल्में आयीं और चली गयीं और वे फिल्में जो कुछ प्रभाव डाल पायीं वे थीं, ओम शांति ओम, वेलकम और तारे जमीं पर. अब यह इम्तियाज अली की इस फिल्म के बड़े भाग की व्याख्या नहीं करता है।.. बॉक्स ऑफिस पर ?[63]
गीत "आओगे जब तुम" को छोड़ फिल्म का संगीत निर्देशक प्रीतम के द्वारा रचा गया और बोल दिए इरशाद कामिल ने, फिल्म के साउण्डट्रैक को 21 सितम्बर 2007 को संगीत शो सा रे गा मा पा चैलेंज 2007 में मुख्य अभिनेत्री करीना कपूर के द्वारा रिलीज किया गया।[12]
इंडिया FM से जोगेंदर टुटेजा ने संगीत को 5 में से 3 ½ स्टार दिए और कहा, "2007 में प्रीतम कई फिल्मों में अच्छे संगीत के साथ आये, जैसे भूल भुलैया, आवारापन, हैट्रिक, क्या लव स्टोरी है, और जस्ट मेरिड .
लेकिन अगर एक एल्बम है जो लाइफ .....इन अ मेट्रो के बाद सबसे ज्यादा प्रभावित करती है और सबसे ज्यादा संतोषजनक अनुभव देती है वह है जब वी मेट . एल्बम इस बात का एक अच्छा उदाहरण है कि एक गुणवत्ता साउण्डट्रैक कैसे प्राप्त किया जाये, जिसमें भिन्न प्रकार के दर्शकों के लिए संगीत का मिश्रण हो. [64]
फिल्म के साउण्ड ट्रैक को 8 नंबर पर डेब्यू किया गया[65] और दूसरे सप्ताह में यह 5 नंबर आ गयी।[66]
अगले कई सप्ताहों में, एल्बम तेजी से संगीत चार्ट में ऊपर की ओर बढ़ती रही,[67] और फिल्म के रिलीज होने के बाद इसकी एल्बम की बिक्री बढ़ गयी।[68][69] 19 नवम्बर के सप्ताह के दौरान, एल्बम ने ओम शांति ओम के साउण्डट्रैक को प्रतिस्थापित कर दिया और 1 नंबर पर आ गयी,[70] लेकिन अगले सप्ताह दूसरे नंबर पर आ गयी।[71]
नए साउण्डट्रैक के रिलीज होने के कारण प्रतिस्पर्धा के बावजूद, एल्बम नौ सप्ताह से अधिक समय के लिए शीर्ष पर बनी रही,[72][73] और 2007 की सबसे सफल एल्बमों में से एक बन गयी।[74]
जब वी मेट के साउण्डट्रैक को रेडिफ और इंडिया FM की 2007 की शीर्ष की 10 संगीत एल्बमों के वर्ष के अंत की सूची में दर्शाया गया।[75][76]
गीत | गायक | अवधि | नोट्स |
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मौजा ही मौजा | मिका सिंह | 4:04 | शाहिद कपूर और करीना कपूर पर फिल्माया गया |
तुम से है | मोहित चौहान | 5:23 | शाहिद कपूर और करीना कपूर पर फिल्माया गया |
ये इश्क है | श्रेया घोषाल | 4:44 | शाहिद कपूर और करीना कपूर पर फिल्माया गया |
नगाड़ा नगाड़ा | सोनू निगम और जावेद अली | 3:51 | शाहिद कपूर, करीना कपूर और सौम्य टंडन पर फिल्माया गया |
आओ मिलो चलो | शान और उस्ताद सुल्तान खान | 5:28 | शाहिद कपूर और करीना कपूर पर फिल्माया गया |
आओगे जब तुम | उस्ताद रशीद खान | 4:25 | शाहिद कपूर, करीना कपूर और तरुण अरोडा पर फिल्माया गया और इसे मेहमान संगीतकार सन्देश शांडिल्य ने रचा। |
तुम से ही (रीमिक्स) | मोहित चौहान | 4:21 | |
ये इश्क है (रीमिक्स) | अंतरा मित्रा | 4:31 | |
मौजा ही मौजा (रीमिक्स) | मिका सिंह | 4:07 | शाहिद कपूर और करीना कपूर पर फिल्माया गया |
तुम से ही (इन्स्तरूमेंटल) | इन्स्तरूमेंटल | 4:53 |
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