जमयांग सेरिंग नामग्याल | |
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पदस्थ | |
कार्यालय ग्रहण 23 मई 2019 | |
पूर्वा धिकारी | थुप्सतान छेवांग |
चुनाव-क्षेत्र | लद्दाख |
जन्म | 4 अगस्त 1985 माथो, लेह, जम्मू और कश्मीर |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी |
जमयांग सेरिंग नामग्याल (जन्म 4 अगस्त 1985) भारतके जम्मू और कश्मीर केलद्दाख क्षेत्र में स्थित एक राजनीतिक कार्यकर्ता है। वह भौगोलिक रूप से भारत की सबसे बड़ी संसदीय सीट लद्दाख लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से लोक सभा सदस्य हैं।[1] नामग्याल को 9 नवंबर 2018 को, लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद, लेह का सबसे कम उम्र का [2]और 8 वां मुख्य कार्यकारी पार्षद (Chief Executive Councillor) चुना गया। [3]वे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से जुड़े हुए हैं। [4]
जमयांग सेरिंग नामग्याल (जो अपने क्षेत्र में JTN के नाम से जाने जाते हैं) का जन्म 4 अगस्त 1985 को लेह के माथो गांव में हुआ था। उनके पिता स्टैनज़िन दोरजी और माता श्रीमती इशी पुटित हैं। उन्होंने केंद्रीय बौद्ध अध्ययन संस्थान, लेह से अपनी 12 वीं की परीक्षाएँ उत्तीर्ण कीं। बाद में उन्होंने जम्मू विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई पूरी की।
राजनीति में उतरने से पहले, वे 2011-12 से ऑल लद्दाख स्टूडेंट एसोसिएशन, जम्मू के अध्यक्ष थे। [5] भाजपा के सदस्य के रूप में राजनीति में शामिल होने के बाद, उन्होंने लद्दाख के संसद सदस्य श्री थुप्टन छेवांग से निजी सचिव के रूप में कार्य किया। उन्होंने 2015 में लद्दाख ऑटोनॉमस हिल डेवलपमेंट काउंसिल, लेह से मार्टसेलंग कांस्टीट्यूएंसी का चुनाव लड़ा था। फिर उन्होंने लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद लेह रिकॉर्ड मार्जिन [6] के साथ जीत हासिल करके पार्षद चुने गए। बाद में दोरजय मोटुप के मुख्य कार्यकारी पार्षद के पद से इस्तीफा देने के बाद, उन्हें लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद, लेह में 8वें मुख्य कार्यकारी पार्षद के रूप में चुना गया।
भाजपा ने 29, मार्च, 2019 को लोकसभा चुनाव में लद्दाख संसदीय क्षेत्र से उन्हें मैदान में उतारा।[7] मतदान 6 मई 2019 को हुआ था, मतगणना 23 मई 2019 को हुई। वे लद्दाख निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हुए 17 वीं लोकसभा में चुने गए थे। वे जम्मू और कश्मीर राज्य से निर्वाचित भाजपा के 3 सदस्यों में से एक हैं।
जमयांग ने भारतीय संसद के निचले सदन में लद्दाख को भारत के केंद्र शासित प्रदेश के रूप में नामित करने के समर्थन में अपने भाषण के बाद मीडिया और सोशल मीडिया में प्रमुखता प्राप्त की ।[8][9][10] इसके लिए उन्हें भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भी प्रशंसा की गई थी।[11]