जयगढ़ दुर्ग जयगढ़ किला | |
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जयपुर का भाग | |
आमेर, राजस्थान, भारत | |
निर्देशांक | 26°59′09″N 75°51′03″E / 26.9859°N 75.8507°E |
प्रकार | दुर्ग |
ऊँचाई | ५०० मीटर |
स्थल जानकारी | |
नियंत्रक | राजस्थान सरकार |
जनप्रवेश | हाँ |
दशा | अच्छी |
स्थल इतिहास | |
निर्मित | १६६७ |
निर्माता | जय सिंह प्रथम |
सामग्री | लाल बलुआ पत्थर |
जयगढ़ दुर्ग (राजस्थानी: जयगढ़ क़िला) भारत के पश्चिमी राज्य राजस्थान की राजधानी जयपुर में अरावली पर्वतमाला में चील के टीले (ईगल की पहाड़ी) पर आमेर दुर्ग एवं मावता झील के ऊपरी ओर बना एक किला है।[1][2] इस दुर्ग का निर्माण जय सिंह द्वितीय ने १६६७ ई. में आमेर दुर्ग एवं महल परिसर की सुरक्षा हेतु करवाया था और इसका नाम उन्हीं के नाम पर रखा गया है।[1][2][3] जयगढ़ दुर्ग को 'विजय का किला' भी कहा जाता है। यह दुर्ग जयपुर शहर की सीमा में आमेर में स्थित है। यह १७२६ ई० में बनकर तैयार हुआ था। यहाँ पर विश्व की सबसे बड़ी तोप रखी हुई है। इस दुर्ग में वर्षा के जल को एकत्र कर उसे संचित करने की बड़ी उत्तम व्यवस्था है।