ज़ीरो | |
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ज़ीरो का पोस्टर | |
निर्देशक | आनन्द राय |
लेखक | हिमांशु शर्मा |
पटकथा | हिमांशु शर्मा |
निर्माता | गौरी खान[1] |
अभिनेता | नीचे देखें[1] |
छायाकार | मनु आनन्द |
संपादक | हेमल कोठारी |
संगीतकार |
वास्तविक और बैकग्राउंड संगीत: अजय-अतुल अतिथि संगीतकार: तनिष्क बागची[2] |
निर्माण कंपनियां |
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वितरक |
कई (घरेलू) यश राज फिल्म्स (अंतरराष्ट्रीय)[a] |
प्रदर्शन तिथियाँ |
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लम्बाई |
164 मिनट[6] |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
लागत | ₹200 करोड़ |
ज़ीरो 2018 में बनी हिन्दी रोमांटिक फिल्म है, जिसका लेखन हिमांशु शर्मा ने और निर्देशन आनंद राय ने किया है। इसका निर्माण कलर्स येलो प्रॉडक्शन और रेड चिलीज़ एंटरटेनमेंट ने मिल कर किया है। इस फिल्म में शाहरुख खान, कैटरीना कैफ और अनुष्का शर्मा मुख्य किरदार में हैं। इन तीनों कलाकारों की ये एक साथ दूसरी फिल्म है, इससे पहले इन्हें एक साथ 2012 में बनी जब तक है जान फिल्म में एक साथ देखा गया था।
बौआ सिंह (शाहरुख खान) एक 38 साल का बौना आदमी है, जिसे अपने जीवनसाथी की तलाश रहती है। बाद में उसकी मुलाक़ात एनएसएआर (नासा का काल्पनिक नाम) की वैज्ञानिक, आफिया (अनुष्का शर्मा) होती है। वे दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगते हैं, पर पाँच महीने बाद वो उसे छोड़ देता है। हालांकि आफिया वापस उसके पास आती है और बौआ के माता-पिता उन दोनों की शादी तय कर देते हैं। शादी के दिन बौआ का दोस्त, गुड्डू उसे एक छोटे से नाचने की प्रतियोगिता के बारे में बताता है, जिसमें जीतने वाले को बबीता कुमारी (कैटरीना कैफ) से मिलने का मौका मिलेगा। वो उस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए शादी छोड़ कर भाग जाता है, जिससे सभी लोग दुःखी हो जाते हैं।
बौआ उस प्रतियोगिता को जीत जाता है और उसे पार्टी में बबीता से मिलने का मौका मिलता है। बौआ के चेहरे के भाव देख कर दिमाग में क्या चल रहा है, बताने के कारण वो उसे उसके साथ काम करने का ऑफर देती है, जिसे बौआ स्वीकार भी कर लेता है। वो अब बबीता के साथ फिल्म के निर्माण से लेकर पुरस्कार समारोह तक साथ रहता है और उसके पूर्व प्रेमी आदित्य कपूर (अभय देओल) के साथ उसके टूटे रिश्ते को वापस जोड़ भी देता है। एक दिन उसे अपनी गलतियों का एहसास होता है और वो आफिया के पास वापस जाने की सोचता है और जानबुझ कर बबीता के पार्टी में विवाद खड़ा कर देता है, जिससे वो बौआ को अपने पार्टी से बाहर कर देती है और साथ ही आदित्य के साथ भी अपना रिश्ता तोड़ देती है।
बौआ और गुड्डू किसी तरह न्यू वर्क में आफिया से मिलने आते हैं। सेमिनार में वो आफिया से मिलने की कोशिश करता है, पर आफिया उसे देखने से भी इंकार कर देती है। आफिया के पिता बौआ से कहते हैं कि वो उसके बच्चे की माँ बनने वाली थी, इस कारण वो उससे शादी करना चाहती थी। बौआ का दिल टूट जाता है और वो शहर छोड़ कर जाने की सोचता है, पर बाद में वो फिर से आफिया से मिलने की कोशिश करता है। वो उससे दोबारा मिलता है, पर आफिया उसे स्वीकार नहीं करती है।
बौआ को पता चलता है कि एक कार्यक्रम के तहत कुछ लोगों को मंगल ग्रह में भेजने की तैयारी हो रही है। वो भी उन लोगों में अपना नाम लिखवा लेता है और सारे टेस्ट में पास भी हो जाता है। इसके बाद बौआ को चुन लिया जाता है। रॉकेट को मंगल ग्रह में भेजने वाले दिन आफिया भी वहाँ आती है, जो अब श्रीनिवास से शादी करने वाली होती है। रॉकेट के लांच होने से पहले वो आफिया को बताता है कि वो हमेशा उससे प्यार करते रहेगा। इसके बाद रॉकेट उड़ जाता है। बबीता और बाकी लोग टीवी पे ये लांच देखते हैं। उसमें दिखाया जाता है कि लांच सफल रहा और रॉकेट अब अंतरिक्ष में है।
आफिया की आवाज में बताया जाता है कि बौआ अब मंगल ग्रह में आ चुका है और वो अपना वीडियो रिकॉर्ड कर के भेजता है। उसके वापस आते समय उसका रॉकेट अंतरिक्ष में कहीं गुम हो जाता है। आफिया अपनी शादी श्रीनिवास के साथ तोड़ देती है और बौआ का इंतजार करने लगती है। 15 साल बाद चीन के अंतरिक्ष स्टेशन वालों को बौआ के बारे में पता चलता है कि उसका एस्केप पॉड सागर में कहीं गिरा है। बाद में दिखाया जाता है कि बौआ जीवित है और 15 साल छोटा है।
"जिस तरह से हम बोलते हैं कि हर चीज़ परफेक्ट हो तो उबाऊ हो जाता है, कुछ कुछ कमी हो तो दिलचस्प… बस इसी पर हमारी फिल्म की कहानी बनी हुई है, दो इम्परफ़ेक्ट लोगों की एक परफेक्ट प्रेम कहानी है। इस फिल्म की कहानी हमारे जीवन के भावनात्मक अधूरेपन के बारे में बताती है।"
इसके निर्देशक आनन्द राय ने 2012 में कृष फिल्म को देखने और कुछ अमेरिकी सुपरहीरो जैसे, स्पाइडर-मैन, बैटमैन और सुपरमैन को देख कर इस फिल्म को बनाने के बारे में सोचा था, पर वो थोड़ा अलग किस्म का फिल्म बनाने की सोच रहे थे। वे एक बौने आदमी के नजरिए से किस प्रकार देखता है, उसी पर एक फिल्म बनाने का फैसला करते हैं।
फिल्म का शुरुआती नाम "कैटरीना मेरी जान" रखा गया था। लेकिन इसके निर्माताओं को लगा कि इस नाम से लोगों को गलतफहमी होगा कि फिल्म कैटरीना कैफ के बारे में है। इसके बाद निर्माताओं के बीच इसके नाम को लेकर काफी चर्चा हुई, जिसमें बौआ, बौना, बूटका, बंधुआ, और बटला जैसे नाम सोचे गए थे। अंत में रेड चिलीज़ एंटरटेनमेंट ने तीन नाम दर्ज करा लिए थे। अंत में इस फिल्म का नाम "ज़ीरो" रखने का फैसला किया गया। इस नाम की घोषणा जनवरी 2018 में की गई थी।
बॉलीवुड हंगामा ने इस फिल्म पर लगने वाले खर्च को लगभग ₹150 करोड़ बताया था। हालांकि आनन्द राय ने इस रिपोर्ट के आने के बाद बताया कि फिल्म का बजट इससे काफी बड़ा है, लेकिन अब तक बताए गए रकम से कम खर्च हुआ है, इस कारण रकम में बदलाव हो सकता है। अक्टूबर 2018 में निर्माण का कार्य खत्म हो चुका था, और फिल्म का बजट ₹200 करोड़ बताया गया था। इसकी कहानी लिखने वाले, हिमांशु शर्मा ने बताया कि ये एक प्रेम कहानी है।
इसके मुख्य किरदार के लिए सबसे पहले 2012 में सलमान खान से बात की गई थी। पर बाद में ये किरदार शाहरुख खान को मिल गया। इन्होंने इस बात की पुष्टि मार्च 2016 में की थी। इन्होंने बताया कि इस फिल्म में वे एक तीन से चार फिट लंबे एक इंसान का किरदार निभाएंगे।
इस फिल्म में मुख्य अभिनेत्री कौन होंगी, इस बात पर काफी अटकले लगाने के बाद जून 2017 में राय ने पुष्टि किया कि इसमें अनुष्का शर्मा और कैटरीना कैफ मुख्य किरदार में हैं। जब तक है जान फिल्म के बाद इन तीनों की एक साथ ये दूसरी फिल्म है। कैटरीना कैफ को सलमान खान के सुझाव देने के बाद लिया गया था। अनुष्का इसमें एक अलग तरह की अपंग इंसान की भूमिका निभा रही हैं और कैटरीना को एक शराबी अभिनेत्री का किरदार मिला है। राय के अनुसार अनुष्का और कैटरीना को इस किरदार के लिए उनके बड़े कलाकार होने के कारण नहीं, बल्कि किरदार में उपयुक्त होने के कारण लिया गया है। कैटरीना ने बताया कि शाहरुख खान को लेने से पहले उन्हें इस फिल्म में लिया गया था, जिसमें वे अपना ही किरदार निभाने वाली थीं, पर बाद में किरदार को बदल दीया गया। उन्होंने बताया कि इस फिल्म की कहानी दो साल में काफी हद तक बदल चुकी है, जो इस ओर इशारा करता है कि शाहरुख खान ने इन सब का सुझाव दिया था।
तिग्मांशु धूलिया इसमें बौआ के पिता की भूमिका निभाएंगे। इन्होंने इसमें रुचि तब दिखाई, जब इन्होंने सुना कि इसमें बहुत सारी तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। अभय देओल को इसमें बबीता के प्यार का किरदार मिला है। आर॰ माधवन को भी इसमें लिया गया है, जो राय के साथ तनु वेड्स मनु फिल्म में साथ काम चुके हैं। मई 2018 में उन्होंने राय के साथ सेल्फी लेते हुए ये बताया था कि वे इस फिल्म में हैं। शाहरुख इस फिल्म के निर्माण के दौरान किसी और फिल्म को नहीं लिया। इस फिल्म में सलमान खान, रानी मुखर्जी, दीपिका पादुकोण, काजल, अलिया भट्ट, श्रीदेवी, करिश्मा कपूर और जुही चावला विशेष उपस्थिति में हैं। ये फिल्म श्रीदेवी की मरने से पहले अंतिम फिल्म थी। इनके मरने के कुछ ही समय पहले ये फिल्म बन कर तैयार हुआ था।
गीत सूची | |||||
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क्र॰ | शीर्षक | गीतकार | संगीतकार | गायक | अवधि |
1. | "मेरा नाम तू" | इरशाद कामिल | अजय-अतुल | अभय जोधपुरकर | 5:38 |
2. | "इसक़बाज़ी" | इरशाद कामिल | अजय-अतुल | सुखविंदर सिंह, दिव्य कुमार | 5:20 |
3. | "हुस्न परचम" | इरशाद कामिल | अजय-अतुल | भूमि त्रिवेदी, राजा कुमारी | 3:07 |
4. | "अनबन" | इरशाद कामिल | अजय-अतुल | कुणाल गांजावाला | 4:34 |
5. | "तन्हा हुआ" | इरशाद कामिल | तनिष्क बागची | राहत फतेह अली ख़ान, ज्योति नूरन | 4:02 |
6. | "हीर बदनाम" | कुमार | तनिष्क बागची | रोमी | 2:21 |
7. | "दमा दम मस्त कलंदर" | पारम्परिक | तनिष्क बागची | अल्तमश फरीदी | 2:13 |
कुल अवधि: | 27:15 |