जालौन Jalaun | |
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निर्देशांक: 26°09′N 79°21′E / 26.15°N 79.35°Eनिर्देशांक: 26°09′N 79°21′E / 26.15°N 79.35°E | |
देश | ![]() |
राज्य | उत्तर प्रदेश |
ज़िला | जालौन ज़िला |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 56,909 |
भाषाएँ | |
• प्रचलित | हिन्दी |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30) |
जालौन (Jalaun) भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के जालौन ज़िले में स्थित एक नगर और नगरपालिका है। साथ ही जालौन एक जनपद है जिसका प्रशासनिक मुख्यालय उरई में स्थित है।।[1][2]
गंगा के जलोढ़ मैदानों पर "४,५६५ किलोमीटर" क्षेत्रफल में फैला जालौन ज़िला उत्तर में यमुना नदी द्वारा सीमाबद्ध है। बेतवा प्रणाली सिंचाई हेतु पानी उपलब्ध कराती है। जालौन की फ़सलों में गेहूँ,चना ,धान व सरसों शामिल हैं। कालपी नगर के समीप बबूल के वृक्षों के बाग़ान हैं। "जालौन" का प्रशासनिक मुख्यालय "उरई" है। उरई के गुलाबजामुन बहुत प्रसिद्ध है। उरई जो लखनऊ से १७८ किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में स्थित है, जो कि सड़क व रेलवे लाइन से जुड़ा है। कानपुर तथा झांसी के मध्य में उरई रेलवे स्टेशन सबसे बड़ा स्टेशन है। जालौन जिले में कुल ५ तहसीलें है जिनमे "जालौन" के अलावा "कोंच,माधौगढ़,कालपी,उरई" शामिल हैं। इस जिले में "हिन्दू धर्म" को मानने वाले लोग ज्यादा रहते हैं। यहां की बोली खड़ी बुन्देलखण्डी है। यह जनपद बुन्देलखण्ड मण्डल में आता है। ऐतिहासिक रूप से भी यह जनपद बहुत प्रसिद्ध है, झांसी की "रानी लक्ष्मीबाई" अपने युद्ध के दौरान कालपी आई थी। जालौन से ३० कि.मी. दूर स्थित एक कस्बा है। राजा बीरबल इसी कालपी के रहने वाले थे। प्रसिद्ध भारतीय भोजपुरी कलाकार जितेन्द्र कछवाह भी इसी जिले से हैं।
2011 में, जालौन की जनसंख्या 1,689,974 थी, जिसमें पुरुष और महिलाएँ क्रमशः 906,092 और 783,882 थीं। 2024 में जालौन जिले की अनुमानित जनसंख्या 1,980,000 है |[3]