जीनी और जूजू | |
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शैली | हास्य रोमांच प्रेम |
लेखक | कहानी और पटकथा कुमार भाटिया संवाद नीरेन भट्ट |
निर्देशक | जय सिंह |
रचनात्मक निर्देशक | अरविन्द विश्वकर्मा |
अभिनीत | नीचे देखें |
संगीतकार | पृष्ठभूमि संगीत आशीष रेगो |
मूल देश | भारत |
मूल भाषा(एँ) | हिन्दी |
सीजन की सं. | 01 |
उत्पादन | |
कार्यकारी निर्माता | प्रगत लोके लक्ष्मी सिंह |
निर्माता | राजीव मेहरा |
उत्पादन स्थान | भारत |
संपादक | अशोक म. राठोड़ अजय कुमार (संपादक) संपादक प्रशांत र. खंधका |
प्रसारण अवधि | लगभग 21 मिनट |
उत्पादन कंपनी | ईगल फिल्म्स प्रा. लिमिटेड |
मूल प्रसारण | |
नेटवर्क | सब टीवी |
प्रसारण | नवंबर 05, 2012 – 6 जून 2014 |
जीनी और जूजू एक भारतीय स्वैरकल्पना वाला नाटक है जो सब टीवी पर प्रसारित होता है। यह 5 नवम्बर 2012. से 6 जून 2014 तक चला। इसके 100 प्रकरण पूर्ण होने के बाद अमृतसर में इस कार्यक्रम के पूरे दल ने धमाल मचाया था।[1]
विक्रम खन्ना (अली असगर) एक बार विमान उड़ाते हुए एक जगह रुकता है वहाँ उसकी मुलाकात जीनी से होती है। इसके बाद जीनी उसे जूजू कहती है और उसके पीछे पड़ जाती है। जीनी विक्रम से प्यार करने लगती है। लेकिन विक्रम उससे दूर भागते रहता है। जीनी के बारे में केवल जूजू के दोस्त वेला को ही पता रहता है। इसके कई दिनों के बाद जिंजोरा नामक एक जिन जीनी से शादी करने के लिए आता है। वह जूजू को कैद कर लेता है। लेकिन बाद में उसे हरा देते हैं। जब जीनी 2001 वर्ष की हो जाती है। तो जिन लोक से कई जिन जीनी से शादी करने के लिए आते हैं। लेकिन जीनी कई कारण बता कर उन लोगों को मना कर देती है। इसके बाद अंत में जीनी और जूजू को एक साथ नाचते हुए दिखाया जाता है कि दोनों एक दूसरे से प्यार करते हैं। इसके बाद यह समाप्त हो जाता है।
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मान (मदद). वेबदुनिया. अभिगमन तिथि 30 जुलाई 2015.[मृत कड़ियाँ]