झुंझुनू | |
---|---|
निर्देशांक: 28°08′N 75°24′E / 28.13°N 75.40°Eनिर्देशांक: 28°08′N 75°24′E / 28.13°N 75.40°E | |
ज़िला | झुंझुनू ज़िला |
प्रान्त | राजस्थान |
देश | भारत |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 1,18,473 |
भाषा | |
• प्रचलित | ], शेखावाटी, हिन्दी |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30) |
पिनकोड | 333001 |
दूरभाष कोड | +91-1592 |
वाहन पंजीकरण | RJ-18 |
साक्षरता | 73.58% |
वेबसाइट | jhunjhunu |
झुंझुनू (Jhunjhunu) भारत के राजस्थान राज्य के झुंझुनू ज़िले में स्थित एक नगर है। यह ज़िले का मुख्यालय भी है।[1][2][3]
फिरोज़ तुगलक (ई. सन १३३८-१३५१) के बाद कायमखानी वंशज आये। कहते हैं, कायम खान के बेटे मुहम्मद खान ने झुंझुनू में अपना राज्य कायम किया, इसके बाद लगातार यह क्षेत्र कयामखानियों के अधिपत्य में रहा। झुंझुनू का अन्तिम नवाब रुहेल खान जो आस-पास के अपने ही वंश के नवाबों से प्रताड़ित था।
दशरथ शर्मा ने तेहरवी शताब्दी के कस्बों की जो सूची दी है उसमे झुंझुनू का भी नाम है। इसी प्रकार अनंत और वागड राज्यों के उल्लेख में भी झुंझुनू का अस्तित्व कायम था।
अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ झुंझुनू जिले में व्याप्त जनाक्रोध कई आंदोलनों के रूप में सामने आया। स्वतंत्रता सैनानी सावलराम के अनुसार इस जनपद में आर्य समाज आन्दोलन, जकात आन्दोलन, जागीरदारों के खिलाफ आन्दोलन प्रजा मंडल आन्दोलन और अंग्रेजों के विरुद्ध आन्दोलन चले जो कमोबेश एक दुसरे के पूरक थे। इतिहासकार मोहन सिंह लिखते हैं की जयपुर राज्य की सबसे बड़ी निजामत शेखावाटी थी जिसमा वर्तमान झुंझुनू और सीकर जिले की सम्पूर्ण सीमाएं थी। शेखावाटी निजामत का कार्यालय झुंझुनू में था। सन १८३४ में झुंझुनू एसा मजोर हेनरी फोस्टर ने एक जगह फौज का गठन किया था जिसका नाम शेखावाटी ब्रिगेड रखा गया। झुंझुनू में जिस जगह यह फौज रहती थी वह इलाका आज भी छावनी बाज़ार और छावनी मोहल्ला कहलाता हैं।
आज के समय में झुंझुनू जिले में शिक्षा का स्तर काफी हद तक पहुँच चुका है , जिले से काफी संख्या में आईएएस अधिकारी , आईपीएस अधिकारी , सेना अधिकारी , RAS अधिकारी सेवारत है । जिले में सैनिको को संख्या भी अत्यधिक मात्र में है । झुंझुनू जिले में अनेक छोटे बड़े दर्शनीय स्थल है जैसे रानी सती का मंदिर, काली पहाड़ी, खेतड़ी महल आदि , साथ ही स्वामी विवेकानंद का संबंध भी खेतड़ी के राजा अजीत सिंह से रहा है जोकि इसी जिले के आधीन तहसील क्षेत्र है । खेतड़ी तहसील में हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड का कॉपर उप्रकम भी कार्यरत है झुंझुनू की सीमा हरियाणा से लगती है पचेरी, शिमला जैसे गाँव हरियाणा के गोद बलावा (कृष्ण नगर) के नजदीक है । तथा बलौदा गाँव भी हरियाणा सीमा के पास बसा हुआ है।
झुंझुनू अपनी भित्तिचित्र कला के लिए जाना जाता है जयपुर से 190 किमी की दूरी पर स्थित रानी सती मन्दिर, हिन्दुओ के लिए एक श्रद्धालु तीर्थ स्थल है| संगमरमर से बना, खेतड़ी पैलेस या विंड पैलेस सुन्दर महल वास्तुकला का एक और टुकड़ा है जो पर्यटको को आकर्षित करता है| भारत के राजस्थान राज्य मे स्थित एक ऐतिहासिक शहर है| झुंझुनू को रानी सती दादी के धार्मिक मंदिर के लिए जाना जाता है| रानी सती दादी मंदिर मे हजारो अनुयायी दर्शन करने और प्रार्थना करने आते है| रानी सती को समर्पित जिन्होने अपने पति के लिए बहादुरी से अपना जीवन समर्पित किया| मंदिर को रंगीन दर्पणो की दीवार चित्रो से सजाया गया है| इसे ‘सती प्रथा, के नाम से जाना जाता है| दरगाह कमरुद्दीन शाह, मुस्लिम सूफी संत हजरत कमरुद्दीन शाह के मकबरे मे मस्जिद, कुरान स्कूल, दरगाह और आंगन है| अन्य आकर्षण चौथा बादलगढ़ है, नबाब फजल खान द्वारा निर्मित तीन कब्रे मोदी और Tiberwala Havelli ; भित्ति कला का एक बड़ा संग्रह होने जोरावगढ़ बड़ी संख्या मे भवन है| झीलो और चरण वेल्स की तरह अजीत सागर झील, बिरदी चंद खैर, Mertaniji की Baori, सबसे पुराने कुएं का भी दौरा करते है| महत्वपूर्ण किले है अखेगढ़ किला, जोरावरगड बादलगढ़ फोर्टाराग किला और बादलगढ़ किला।एक खेतड़ी महल जिसको ठाकुर सिंह द्वारा बनाया गया था| प्रसिद्ध मंदिर रानी सती दादी मंदिर है|