टैंक ईएक्स/एमबीटी ईएक्स Tank Ex/MBT Ex | |
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परेड में एक टैंक ईएक्स के तीन-चौथाई सामने का दृश्य | |
प्रकार | मुख्य युद्धक टैंक |
उत्पत्ति का मूल स्थान | भारत |
उत्पादन इतिहास | |
डिज़ाइनर | रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) |
निर्माता | भारी वाहन फैक्टरी, अवादी |
निर्माणित संख्या | 2 प्रोटोटाइप[1][2] |
निर्दिष्टीकरण | |
वजन | 47 टन (52 लघु टन; 46 लंबे टन) |
लंबाई | 9.19 मी॰ (30 फीट 2 इंच) |
चौड़ाई | 3.37 मी॰ (11 फीट 1 इंच) |
ऊंचाई | 2.93 मी॰ (9 फीट 7 इंच) |
कर्मीदल | 4 (कमांडर, गनर, लोडर और चालक) |
वाहन के कवच | कम्पोजिट |
प्राथमिक आयुध |
120 मिमी टैंक बंदूक |
द्वितीयक आयुध |
12.7 मिमी एए मशीन गन 7.62 मिमी समाक्षीय मशीन गन |
इंजन | डीज़ल 1,000 अश्वशक्ति (700 कि॰वाट) बिजली संयंत्र |
शक्ति / वजन | 21 अश्वशक्ति (16 कि॰वाट)/टन |
निलंबन | हाइड्रोन्यूमेटिक |
परिचालन सीमा | 480 कि॰मी॰ (1,570,000 फीट)[1] |
गति | 60 किमी/घंटा (37 मील/घंटा) (सड़क) 40 किमी/घंटा (25 मील/घंटा) (क्रॉस कंट्री) |
टैंक ईएक्स या एमबीटी ईएक्स (Tank Ex या MBT Ex) भारत की रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन दवारा 2002 में विकसित किये जा रहे मुख्य युद्धक टैंक का कोड नाम है। यह अफवाह थी कि टैंक कर्ण (भारतीय महाकाव्य महाभारत के नायकों में से एक) के नाम से जाना जाएगा। [1][2] इसके छह महीने के परीक्षण के बाद भारतीय सेना ने इसे ठुकरा दिया। कम से कम दो टैंक ईएक्स प्रोटोटाइप बनाए गए थे।[1]