डकवर्थ लुईस नियम क्रिकेट के सीमित मैच के दौरान किसी प्रकार की प्रतिकूल भौगोलिक परिस्थितियों एवं अन्य स्थितियों में अपनाया जाने वाला नियम है, ताकि मैच अपने निर्णय तक पहुँच सके। यह नियम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद द्वारा मान्यता प्राप्त हैं। इस नियम के तहत घटाए गए ओवरों में नए लक्ष्य निर्धारित किये जाते हैं।
इस लक्ष्य निर्धारण विधि को एक ख़ास सांख्यिकीय सारणी की मदद से निकाला जाता है जिसका संशोधन समय-समय पर होता रहता है। इस नियम का विकास इंग्लैंड के दो सांख्यिकी के विद्वान फ्रैंक डकवर्थ और टौनी लुईस ने किया था।
आईसीसी की खेल नियमावली से सम्बंधित पुस्तक के अनुसार पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम को टीम १ और उनके पूरे रनों की संख्या को एस (S), टीम १ के पास उनकी पारी में उपलब्ध सभी स्रोतों को आर१ (R1), द्वितीय पारी में बल्लेबाजी करने वाली टीम को टीम २ और उनके पास उपलब्ध सभी संसाधनों को आर२ (R2) कहा जाता है।[1]
शेष ओवर | शेष विकेट | ||||
---|---|---|---|---|---|
१० | ८ | ६ | ४ | २ | |
५० | १००.० | ८५.१ | ६२.७ | ३४.९ | ११.९ |
४० | ८९.३ | ७७.८ | ५९.५ | ३४.६ | ११.९ |
३० | ७५.१ | ६७.३ | ५४.१ | ३३.६ | ११.९ |
२० | ५६.६ | ५२.४ | ४४.६ | ३०.८ | ११.९ |
१० | ३२.१ | ३०.८ | २८.३ | २२.८ | ११.४ |
५ | १७.२ | १६.८ | १६.१ | १४.३ | ९.४ |
प्रकाशित सन्दर्भ सारणी के अनुसार शेष ओवरों में कमी से कुल उपलब्ध संसाधनों को कम करता है।[2] अतः टीम २ का लक्ष्य निम्न प्रकार परिवर्तित होता है:
जी५० (G50) प्रथम पारी मे खेल रही टीम के बिना किसी बाधा के खेले जाने की स्थिति में ५० ओवर में प्राप्त औसत स्कोर का मान है। यह प्रतिस्पर्धा के स्तर और समय के अनुसार परिवर्तित होता है। आईसीसी की की वार्षिक खेल पुस्तक में डी/एल मानक संस्करण के लिए लागू किये जाने वाले मानों का प्रतिवर्ष निर्धारण करता है:
अवधि | आईसीसी के पूर्ण सदस्य देशों के साथ खेल | प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलने वाली टीमों के मध्य मैच | १९वर्ष के कम आयु के खिलाड़ियों के अंतरराष्ट्रीय मैच | १५वर्ष के कम आयु के खिलाड़ियों के अंतरराष्ट्रीय मैच | आईसीसी के सह-सदस्य देशों के मध्य मैच | महिला एकदिवसीय |
१९९९ − ३१ अगस्त २००२[4] | २२५ | ? | ||||
१ सितम्बर २००२ − २००६ [5] | २३५ | |||||
२००६/०७[6] | २३५ | २०० | १९० | १७५ | ||
२००७/०८ | ||||||
२००८/०९[1] | ||||||
२००९/१०[1] | २४५ | २०० | ||||
२०१०/११[1] | ||||||
२०११/१२[1] | ||||||
२०१२/१३[1] | ||||||
२०१३/१४[1] |
डकवर्थ और लुईस ने लिखा, 'हम स्वीकार करते हैं कि जी५०, शायद, सभी देशों अथवा सभी मैदानों के लिए अलग होना चाहिए और इसका कोई कारण नहीं है कि कोई भी क्रिकेट प्राधिकरण के अनुसार किसी भी सबसे विश्वसनीय मान को नहीं चुन सकता है। वास्तव में मैच आरम्भ होने से पूर्व दोनों क्रिकेट टीमों के कप्तान सभी कारकों को ध्यान में रखते हुये जी५० के मान पर सहमत हों।'[7]
शेष ओवर, बल्लेबाजी करने वाली टीम के उपलब्ध संसाधनों में कमी की गणना के आधार पर टीम २ का लक्ष्य निम्न प्रकार परिवर्तित किया जाता है:
हालांकि, व्यावसायिक संस्करण के लिए काम में ली जाने वाली संसाधन प्रतिशत की सारण सार्वजनिक रूप से उपलब्ध नहीं है।[9] अतः इसकी गणना के लिए उचित सोफ्टवेयर के साथ कंप्यूटर काम में लिया जाना चाहिए।
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का गलत प्रयोग; ICCPH
नाम के संदर्भ में जानकारी नहीं है।<ref>
का गलत प्रयोग; DLMethod
नाम के संदर्भ में जानकारी नहीं है।<ref>
का गलत प्रयोग; Q13
नाम के संदर्भ में जानकारी नहीं है।