What is Data Entry Job in Hindi:डाटा एंट्री जॉब क्या है? जानें हिंदी में जाने
डाटा एंट्री जॉब में आपको विभिन्न प्रकार के डेटा को इंटर करना होता है। यह कार्य कम्प्यूटर पर टाइपिंग या यूनिकोड संकेतों का उपयोग करके होता है। आपको सुनिश्चित करना होता है कि डेटा सही तरीके से दर्ज होता है और किसी भी गलती के लिए सुधार की सुविधा होती है।
डाटा एंट्री जॉब विभिन्न उद्योगों और क्षेत्रों में महत्वपूर्ण है। उदाहरण के लिए, बैंकिंग, फाइनेंस, स्वास्थ्य सेवाएं, ई-कॉमर्स, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में यह जॉब पाया जाता है। संगठनों को अपने डेटाबेस को अद्यतन और प्रबंधित करने में मदद मिलती है, जिससे वे अपने कार्य को सुचारू रूप से चला सकते हैं...read more
डाटा एंट्री जॉब का काम होता है कि संगठनों में सामग्री को इंटर करना और सुरक्षित रखना। यह कार्य व्यापारियों, वित्तीय संस्थाओं, अस्पतालों और शैक्षणिक संस्थानों में जरूरी होता है। डाटा एंट्री का मतलब है कि आप अपने स्रोतों से डेटा इंटर और संशोधित करते हैं, जैसे वेबसाइट, सॉफ्टवेयर या एक्सेल शीट।
डाटा इंट्री में डेटा इंटर करना और संशोधित करना शामिल होता है। इसमें संख्याएं, पाठ, तारीख और यूनिक कोड जैसी जानकारी एंटर की जाती है। डेटा संशोधन में पहले से मौजूद डाटा को बदलना शामिल होता है। यह मानचित्र, ग्राफ, और अन्य त्वरण छोड़कर डाटा में बदलाव कर सकता है।
डाटा प्रमाणित में डाटा की गुणवत्ता को सत्यापित किया जाता है। यह त्रुटियों को सुधारने और विलोपनीयताओं को हटाने का काम करता है। सीमांकन में डाटा को विभाजित और उपयोगकर्ता को ढूंढ़ने और सॉर्ट करने में आसान बनाता है।
डाटा सुरक्षा में डाटा की सुरक्षा और गोपनीयता का ख्याल रखा जाता है। सुरक्षा उपायों में पासवर्ड प्रोटेक्शन, एन्क्रिप्शन और फ़ाइल संरक्षण शामिल होते हैं।
डाटा एंट्री जॉब में संगठित रहें। सरलता और धैर्य रखें, क्योंकि सही और सत्यापित डाटा प्रमाणित करना जरूरी होता है।
डाटा एंट्री कर्ताओं को एकांत में काम करना होता है। वे समय-सीमित शर्तों के अंतर्गत काम करते हैं, जिसमें स्थिरता, बुनियादी संगणना क्षमता और अच्छी पकड़ महत्वपूर्ण होते हैं।
इस क्षेत्र में काम करने वाले व्यक्ति को ऊर्जावान रहने की क्षमता चाहिए। वे अलग-अलग श्रोतों से सुनसान डेटा को संगठित करने की क्षमता रखने चाहिए।
यहां पर बने रहिए, सामग्री को सुनिश्चित करने में मदद के लिए अगले सेक्शन में हम डाटा एंट्री जॉब के करियर संभावनाओं पर विचार करेंगे।
जो लोग कंप्यूटर में डाटा (सूचना) दर्ज करते है उन्हें डाटा एंट्री क्लर्क या ऑपरेटर कहते हैं। इसके लिए वो अलग-अलग प्रकार की इनपुट डिवाइस का इस्तेमाल करते हैं जिनमें कीबोर्ड, स्कैनर, बारकोड रीडर, तथा ओएमआर स्कैनर जैसी इनपुट डिवाइस का इस्तेमाल शामिल है। डाटा एंट्री क्लर्क को कुछ डाटा देख या ट्रांसलेट कर के भी कंप्यूटर में इनपुट करना पड़ता है। यदि आपकी टाइपिंग स्पीड अच्छी है और इंग्लिश का ज्ञान है तो आपको डाटा एंट्री क्लर्क की जॉब बड़ी ही आसानी से मिल सकती है।[1]
डाटा एंट्री क्लर्क बनने के लिए आपको कम से कम दसवीं कक्षा पास होना जरुरी होता है। कभी-कभी ग्रेजुएशन की भी डिमांड होती है, मगर यह बात जॉब देने वाली कंपनी पर निर्भर होती है।
इसमें आपको कंप्यूटर का ज्ञान होना अनिवार्य होता है। डाटा एंट्री क्लर्क की जॉब में सारा काम कंप्यूटर पर ही होता है तो आपको एमएस ऑफिस का ज्ञान होना चाहिए जिसमें आने वाले सभी सॉफ्टवेयर जैसे एमएस वर्ड, पावर पॉइंट, एक्सेल की जानकारी आपको जरुर होनी चाहिए है। इसके साथ ही आपको इंटरनेट,गूगल डॉक्, गूगल शीट तथा पीडीएफ की भी जानकारी अनिवार्य है।
डाटा एंट्री क्लर्क बनने के लिए आपको भाषा पर अपनी पकड़ रखनी बहुत जरुरी है। कंप्यूटर में अधिकतर काम इंग्लिश में होने के कारण इंग्लिश का पर्याप्त ज्ञान बहुत जरुरी हो जाता है।
डाटा एंट्री क्लर्क के लिए टाइपिंग स्पीड बहुत ज्यादा आवश्यक होती है। इसके लिए आपको इंग्लिश में टाइपिंग आना अनिवार्य होता है। अगर टाइपिंग स्पीड की बात करें तो कम से कम लगभग ४० वर्ड्स पर मिनट तो होनी ही चाहिए।
डाटा एंट्री क्लर्क बनने के लिए डाटा एंट्री कोर्स भी कर सकते हैं। यह सरकारी या गैरसरकारी संस्थानों दोनों में ही करवाया जाता है। सरकारी संस्थानों में थोड़ी कम फीस तथा गैरसरकारी संस्थानों में कुछ ज्यादा फीस इस कोर्स के लिए देनी पड़ सकती है।
ये रहे कुछ जरुरी कोर्स जिनको करने के बाद डाटा एंट्री क्लर्क आप बड़ी ही आसानी से बन सकते हैं।
सर्टिफिकेट इन मॉर्डन ऑफिस
सर्टिफिकेट इन डाटा एंट्री ऑपरेटर
इंटरनेट टेक्नोलॉजी कोर्स
सर्टिफिकेट इन ऑफिस असिस्टेंस कम कंप्यूटर ऑपरेटर
डाटा एंट्री क्लर्क को डॉक्यूमेंट को स्कैन करना तथा ईमेल भेजना आना चाहिए साथ ही उसको इंटरनेट के विषय में भी जानकारी होनी चाहिए।
डाटा एंट्री क्लर्क की सबसे बड़ी जिम्मेदारी कीबोर्ड, डाटा रिकॉर्डर या ऑप्टिकल स्कैनर का इस्तेमाल करके कागजी प्रारूप से डाटा को कंप्यूटर फाइलों में स्थानांतरित करना होता है।
डाटा एंट्री क्लर्क को बिना गलती किये बड़ी संख्या में आंकड़ों वाली स्प्रेडशीट बनाना होता है।
ग्राहकों से सीधे उपलब्ध कराये गए डाटा को टाइप करना भी डाटा एंट्री क्लर्क की जिम्मेदारी होती है।
डाटा को संरक्षित करने के लिए रोज़ का रोज़ बैकअप लेना।
डाटा को स्रोत दस्तावेज़ों से तुलना कर सत्यापित करना।
यह सुनिश्चित करना की डाटा कंप्यूटर में दर्ज करने के बाद कागजी डाटा को व्यवस्थित तथा क्रमबद्ध किया है या नहीं, ये भी डाटा एंट्री क्लर्क का ही काम होता है।