डेमोंटे कॉलोनी | |
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निर्देशक | आर. अजय ज्ञानमुथु |
लेखक | आर. अजय ज्ञानमुथु |
निर्माता | एमके तमिलरासु |
अभिनेता |
अरुलनिथि रमेश थिलक सनंत अभिषेक जोसेफ़ जॉर्ज |
संपादक | भुवन श्रीनिवासन |
निर्माण कंपनी |
मोहना मूवीज |
प्रदर्शन तिथियाँ |
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लम्बाई |
116 मिनट |
देश | भारत |
भाषा | तमिल |
लागत | ₹2 करोड़[1] |
कुल कारोबार | अनुमानित₹65 करोड़[1] |
डेमोंटे कॉलोनी (டிமான்ட்டி காலனி) सन् 2015 की तमिल भाषा की भारतीय डरावनी थ्रिलर फ़िल्म है।[2] फ़िल्म के लेखक तथा निर्देशक आर. अजय ज्ञानमुथु हैं। इस फ़िल्म में अरुलनिथि मुख्य भूमिका में हैं तथा रमेश थिलक, सनंत और अभिषेक जोसेफ़ जॉर्ज सहायक भूमिकाओं में हैं। फ़िल्म की कहानी चेन्नई के अलवरपेट के काल्पनिक डेमोंटे कॉलोनी की है।[3]
यह फ़िल्म 22 मई 2015 को सिनेमाघरों में रिलीज़ हुई थी और समीक्षकों ने इसकी प्रशंसा की थी। यह बॉक्स ऑफ़िस पर ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी।[4] फ़िल्म की सफलता को देखकर 2022 में डेमोंटे कॉलोनी 2 नामक सीक्वल की घोषणा की गई।[5]
राघवन, साजिथ, विमल और श्रीनिवासन (श्रीनी) चार दोस्त हैं। वे हिम्मत करके डेमोंटे कॉलोनी के एक जीर्ण-शीर्ण हवेली में जाने का फैसला करते हैं। इस हवेली के बारे में अफवाह रहती है कि यह भूतिया हवेली है। वे हवेली में घुस जाते हैं और अंधेरे में अलग हो जाते हैं, जिससे उन्हें डर का सामना करना पड़ता है। इसके बावजूद वे सभी सुरक्षित बाहर निकलने में कामयाब हो जाते हैं।
अगले दिन चारों लोग एक ज्योतिषी के पास जाते हैं। उनमें से तीन अपने अंगूठे के निशान द्वारा अपनी भविष्यवाणियाँ करवा लेते हैं। ज्योतिषी के पास संबंधित उपकरण नहीं होने के कारण चौथे दोस्त साजिथ को बताया जाता है कि ज्योतिषी बाद में उसका भविष्य बताएगा। वे सब घर लौट जाते हैं और सब कुछ सामान्य लगने लगता है। इसी बीच जब श्रीनी अपनी बाइक चला रहा होता है तो उसे ज्योतिषी का फ़ोन आता है और वह एक महत्वपूर्ण मामले पर चर्चा करना चाहता है। श्रीनी फ़ोन पर बात सुनने में असमर्थ होता है और कॉल कट जाती है। जब श्रीनी ज्योतिषी के घर पहुँचता है तो वह उसे मृत पाता है।