ताल | |
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ताल का पोस्टर | |
निर्देशक | सुभाष घई |
लेखक |
सुभाष घई जावेद सिद्दीकी (संवाद) |
पटकथा |
सचिन भौमिक सुभाष घई |
निर्माता | सुभाष घई |
अभिनेता |
ऐश्वर्या राय, अक्षय खन्ना, अनिल कपूर |
छायाकार | कबीर लाल |
संपादक | सुभाष घई |
संगीतकार | ए॰ आर॰ रहमान |
निर्माण कंपनी |
मुक्ता आर्ट्स |
प्रदर्शन तिथियाँ |
13 अगस्त, 1999 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
ताल 1999 में बनी हिन्दी भाषा की संगीतमय नाट्य रूमानी फिल्म है। इसका सह-लेखन, निर्देशन और निर्माण सुभाष घई ने किया और इसमें ऐश्वर्या राय, अक्षय खन्ना, अनिल कपूर, अमरीश पुरी और आलोक नाथ अभिनय करते हैं। जारी होने पर ये आलोचनात्मक और व्यावसायिक दोनों तरीके से सफल रही थी।
जब जगमोहन मेहता (अमरीश पुरी) और उनका बेटा मानव मेहता (अक्षय खन्ना) का अमीर और समृद्ध परिवार लंबी छुट्टी के लिए चम्बा, भारत में पहुंचे, तो वे एक गरीब आध्यात्मिक गायक तारा बाबू (आलोक नाथ) की सुंदर बेटी मानसी (ऐश्वर्या राय) से मिलते हैं। जगमोहन मेहता अपने पुत्र मानव के साथ चम्बा में निवेश करने की तलाश में हैं, और जैसे ही दिन गुजरते हैं, जगमोहन और तारा बाबू एक-दूसरे के प्रति परिचित और मित्रवत हो जाते हैं। आखिरकार, मानव और मानसी भी एक-दूसरे से परिचित होते हैं और फिर प्यार में पड़ जाते हैं। जब मानव अपने पिता को शादी करने के अपने इरादे के बारे में सूचित करता है, तो जगमोहन अनिच्छुक होते हैं। क्योंकि मानसी बहुत ही छोटी सामाजिक-आर्थिक स्थिति से आती है। जब मानसी इस बारे में सुनती है कि मानव के पिता ने कैसी प्रतिक्रिया दी, तो वह परेशान हो जाती है। लेकिन उसका प्रेमी आश्वासन देता है कि वह अपने पिता को अपना मन बदलने के लिए मनाएगा। जब मानसी के पिता मानव और मानसी के संबंध के बारे में जान जाते हैं तो वह पहले गुस्से में होते हैं। लेकिन वह जल्द ही मुंबई में अपनी संवाददाता रिश्तेदार प्रभा और मानव के परिवार से मिलने के लिए यात्रा करते हैं।
दुर्भाग्यवश, तारा बाबू का जगमोहन की भाभी, भाई और कर्मचारियों ने अपमान किया और उन्होंने शत्रुतापूर्ण व्यवहार का सामना किया। तब वह और उसके पिता मेहता के घर से गहराई से चोट खाए लौटते हैं और मानसी मानव से अब उसे अकेले छोड़ने के लिए साफ कह दे देती है। मानसी जल्द ही एक सफल और प्रसिद्ध संगीत निर्माता / निर्देशक विक्रांत कपूर (अनिल कपूर) से मिलती है, जो तारा बाबू के काम का प्रशंसक रहा है। प्रभा के प्रोत्साहन के कारण, वह विक्रांत के साथ तीन साल के अनुबंध पर हस्ताक्षर करती है। मानसी तारा बाबू के गीतों के साथ-साथ विक्रांत के कुछ प्रस्तुतियों पे नृत्य करती है। वह पुरस्कार जीतती है और भारत में एक सनसनी बन जाती है। इस बीच, मानसी के साथ प्यार में विक्रांत पड़ना शुरू हो जाता है।
मामला और जटिल होता है जब मानव को पता चला कि उसका परिवार गलत था जब उन्होंने मानसी और उसके पिता के साथ गलत व्यवहार किया। मानव ने मानसी से माफी मांगी लेकिन उसने उसे दुःख से खारिज कर दिया क्योंकि उसके पिता के साथ व्यवहार गलत किया गया था। विक्रांत को मानव और मानसी के बीच जो हुआ पता चलता है, लेकिन वह इसे अनदेखा करना चुनता है। विक्रांत जल्द ही बाद में मानसी को शादी का प्रस्ताव देता है और उसके और बाकी रिश्तेदार सभी उसे उस प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। उन्हें उम्मीद है कि इससे उसे मानव को भूलने में मदद मिलेगी। वह प्रस्ताव स्वीकार करती है भले ही वह विक्रांत से प्यार नहीं करती। कनाडा में अंतर्राष्ट्रीय एमटीवी पुरस्कार जीतने के बाद, वह विक्रांत से शादी करने के लिए भारत लौट आती है।
इस बीच, जगमोहन और तारा बाबू ने चीजों को सुलझा लिया जब जगमोहन अपनी गलती को महसूस करते हैं और ईमानदारी से अपने दुर्व्यवहार के लिए माफी माँगते हैं। शादी के दिन ही, मानव फिर मानसी से बात करता है। उसे उम्मीद है कि वह उसके लिए उनके प्यार का सम्मान करेगी और विक्रांत से शादी नहीं करेगी। मानव को देखकर मानसी की प्रतिक्रिया देखने के बाद विक्रांत जल्द ही महसूस करता है कि वह मानव से प्यार करती है। वह उसे आश्वस्त करता है कि वह तीन अभी भी दोस्त बने रह सकते हैं और उसे मानव के प्यार का सम्मान करना चाहिए। जगमोहन और तारा बाबू भी उसे प्रोत्साहित करते हैं और अपना आशीर्वाद देते हैं, जिसके बाद मानव और मानसी अंततः गले लगते हैं।
सभी गीत आनंद बख्शी द्वारा लिखित; सारा संगीत ए॰ आर॰ रहमान द्वारा रचित।
क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
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1. | "बीट ऑफ़ पैशन" (वाद्य रचना) | N/A | 2:51 |
2. | "इश्क बिना क्या जीना यारो" | सुजाता मोहन, अनुराधा श्रीराम, ए॰ आर॰ रहमान, सोनू निगम | 7:45 |
3. | "इश्क बिना इश्क बिना" | कविता कृष्णमूर्ति, सुखविंदर सिंह | 8:13 |
4. | "कहीं आग लगे लग जावे" | आशा भोंसले, आदित्य नारायण, ऋचा शर्मा | 7:15 |
5. | "करिये ना हो करिये ना" | सुखविंदर सिंह, अलका याज्ञिक | 7:15 |
6. | "क्या देख रहे हो तुम" | मधु, वैशाली समंत, शोमा | 2:31 |
7. | "नहीं सामने ये अलग बात है" | हरिहरन, सुखविंदर सिंह | 6:03 |
8. | "नि मैं समझ गई" | ऋचा शर्मा, सुखविंदर सिंह | 4:33 |
9. | "रमता जोगी मैं रमता जोगी" | सुखविंदर सिंह, अलका याज्ञिक | 6:17 |
10. | "ताल से ताल मिला" | अलका याज्ञिक, उदित नारायण | 6:18 |
11. | "ताल से ताल — वेस्टर्न" | सुखविंदर सिंह | 2:34 |
12. | "राग डांस" (वाद्य रचना) | N/A | 2:53 |
वर्ष | नामित कार्य | पुरस्कार | परिणाम |
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2000 | सुभाष घई | फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म पुरस्कार | नामित |
सुभाष घई | फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ निर्देशक पुरस्कार | नामित | |
ए॰ आर॰ रहमान | फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार | जीत | |
ऐश्वर्या राय | फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार | नामित | |
अनिल कपूर | फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरस्कार | जीत | |
आनंद बख्शी ("इश्क बिना") | फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार | जीत | |
आनंद बख्शी ("ताल से ताल") | फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार | नामित | |
सोनू निगम ("इश्क बिना") | फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक पुरस्कार | नामित | |
सुखविंदर सिंह ("रमता जोगी") | फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक पुरस्कार | नामित | |
अलका याज्ञिक ("ताल से ताल") | फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका पुरस्कार | जीत |