त्रिशूल पर्वत | |
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Trishul Peak | |
उच्चतम बिंदु | |
ऊँचाई | 7,120 मी॰ (23,360 फीट) [1][2] |
उदग्रता | 1,616 मी॰ (5,302 फीट) [3] |
सूचीयन | चरम |
निर्देशांक | 30°18′46″N 79°46′38″E / 30.31278°N 79.77722°Eनिर्देशांक: 30°18′46″N 79°46′38″E / 30.31278°N 79.77722°E [1] |
भूगोल | |
स्थान | बागेश्वर ज़िला, उत्तराखण्ड, भारत |
मातृ श्रेणी | कुमाऊँ हिमालय |
आरोहण | |
प्रथम आरोहण | 12 जून 1907 को टॉम लॉन्गस्टाफ, ए ब्रोकेरेल, एच ब्रोकेरेल, करबीर द्वारा[4] |
सरलतम मार्ग | उत्तरपूर्वी पार्श्व/उत्तरी कटक: हिम/हिमनद आरोहण |
त्रिशूल (Trishul) हिमालय की तीन चोटियों के समूह का नाम है, जो पश्चिमी गढ़वाल में स्थित हैं। यह उत्तराखंड राज्य के मध्य में चमोली के निकट हैं। यह नन्दा देवी पर्वत से पश्चिम दक्षिण-पश्चिम दिशा में १५ कि॰मी॰ (९ मील) दूर नन्दा देवी राष्ट्रीय उद्यान को घेरते हुए शिखरों के समूह का दक्षिण-पूर्वी भाग है। इन तीन शिखरों के कारण ही इनका नाम हिन्दू भगवान शिव के अस्त्र त्रिशूल का नाम दिया गया है। मुख्य शिखर त्रिशूल-१ की ऊँचाई ७००० मीटर (२२९७० फीट) है। यह शिखर ७००० मी॰ से ऊँची पहली चोटी है, जिस पर (१९०७ में) चढ़ाई की गई थी।
तीन शिखरों के नाम क्रमशः त्रिशूल १, त्रिशूल २ एवं त्रिशूल ३ हैं। मुख्य पुंजक एक उत्तर-दक्षिण रिज है, जिसमें त्रिशूल-१ उत्तरी छोर व त्रिशूल-३ दक्षिणी छोर पर हैं। त्रिशूल का सर्वोत्तम दृश्य बेदिनी बुग्याल एवं कौसानी से दिखाई देता है। इससे कुछ ही किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में नंदा घंटी, एवं एकदम दक्षिण-पूर्व में मृगथनी शिखर हैं।
पर्वत शिखर | ऊँचाई (मी॰) | ऊँचाई (फीट) | निर्देशांक | प्रसिद्धि | प्रथम आरोहण |
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त्रिशूल १ | ७,१२० | २३,३५९ | 30°18′46″N 79°46′38″E / 30.31278°N 79.77722°E | १६१६ | १९०७ |
त्रिशूल २ | ६,६९०[5] | २१,९४९ | 30°17′24″N 79°46′12″E / 30.29000°N 79.77000°E[6] | <200[7] | १९६० |
त्रिशूल ३ | ६,००७ | १९,७०८ | 30°15′00″N 79°46′12″E / 30.25000°N 79.77000°E | <२००[7] | १९६० |