दिव्या सिंह (जन्म-२६ जुलाई,१९८२) भारतीय महिला बास्केटबॉल टीम की पूर्व कप्तान हैं। २००६ के मेलबर्न राष्ट्रमंडल खेलों में सिंह ने भारतीय महिला बास्केटबॉल टीम का नेतृत्व किया। उन्हें अपने खेल कौशल, नेतृत्व गुणों, शैक्षिक शक्ति और व्यक्तित्व के लिए जाना जाता है। वर्ष २००८ से २०१० में डेलावेयर विश्वविद्यालय, नेवार्क, से में खेल प्रबंधन किया है और यूडी (डेलावेयर युनिवेर्सिटी) में सहायक महिला बास्केटबॉल कोच के रूप में काम किया है। वह अंडर १६ भारतीय पुरुषों की बास्केटबॉल टीम के सहायक कोच थे जिन्होंने वियतनाम में २०११ में भाग लिया था। वह भारतीय पुरुष टीम के सहायक कोच थे, जब भारत ने गोवा[1] में लुसफोनी खेलों में कांस्य पदक जीता था। वह १७ वीं एशियाई खेलों की इनचान २०१४ में भारतीय राष्ट्रीय महिला बास्केटबॉल टीम के सहायक कोच के रूप में भी शामिल थीं। वह एमटीएनएल, दिल्ली में काम करती हैं। वह वाराणसी के बास्केटबॉल परिवार से सम्बन्ध रखती हैं जिसमे उनकी ५ में से ४ बहने या तो बास्केटबाल खेल चुकी हैं या राष्ट्रीय टीम में खेल रही हैं। उनकी बहन प्रशांति, आकांक्षा और प्रतिमा ने भारतीय राष्ट्रीय महिला बास्केटबॉल टीम का प्रतिनिधित्व किया है। आकांक्षा सिंह टीम की वर्तमान कप्तान है, और एक बहन प्रियंका सिंह एनआईएस बास्केटबॉल के कोच हैं।