दुःशासन अथवा दुशासन प्रसिद्ध एवं प्राचीन हिन्दू महाकाव्य महाभारत के अनुसार कुरुवंश में कौरव वंश के अंतर्गत हस्तिनापुर के कार्यकारी राजा धृतराष्ट्र का पुत्र था। इसी ने जुए के उपरांत दुर्योधन के कहने पर द्रौपदी का चीर हरण किया था। उन्होंने 5 राजकुमारियों चंद्रमुखी, श्वेता, लता, निर्जरा और दिविजा से विवाह किया था। [1] यह दुर्योधन के 100 भाइयों में से दुर्योधन से छोटा था।[2]
दुशासन का वध भीम ने कुरुक्षेत्र के युद्ध के दौरान किया था।[3] भीम ने अपनी गदा से दु:शासन का मस्तक फोड़ा था। दुशासन ने हाथ उठाकर कहा कि देख ये हाथ इसी हाथ से मैंने भरी सभा में द्रौपदी के वस्त्र निकाले थे, तब भीम ने उसके उस हाथ को उखाड़ कर फेंक दिया तथा दुशासन की छाती चीरकर उसका रक्त पान करने लगा। सभी भयभीत हो गए।[4]
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