देउल (अंग्रेज़ी: Deula, ओड़िया: ଦେଉଳ) एक वास्तु तत्व है जिसका प्रयोग पूर्व भारत में कलिंग शैली में बने हिन्दू मन्दिरों में होता है। ओड़िया और बंगाली में कभी-कभी पूरे मन्दिर को ही "देउल" कह दिया जाता है।[1]
देउल तीन प्रकार के होते हैं: