नंदाकिनी नदी Nandakini River | |
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नंदप्रयाग में नंदाकिनी नदी (आगे) और अलकनन्दा नदी (पीछे) | |
गंगा नदी के नदीशीर्ष | |
स्थान | |
देश | भारत |
राज्य | उत्तराखण्ड |
मण्डल | कुमाऊँ मण्डल |
भौतिक लक्षण | |
नदीशीर्ष | |
• स्थान | कुमाऊँ हिमालय |
नदीमुख | अलकनन्दा नदी |
• स्थान |
नंदप्रयाग, उत्तराखण्ड |
• निर्देशांक |
30°19′55″N 79°18′56″E / 30.3319°N 79.3156°E |
जलसम्भर लक्षण |
नंदाकिनी नदी (Nandakini River) भारत के उत्तराखण्ड राज्य में बहने वाली एक हिमालयाई नदी है। यह अलकनन्दा नदी की एक मुख्य उपनदी है, जो स्वयं गंगा नदी की एक मुख्य सहायक नदी है। इस नदी का मुख नंदप्रयाग में है, जहाँ इसका संगम अलकनन्दा नदी से होता है।[1][2]
नंदाकिनी नदी गंगा नदी की पांच आरंभिक सहायक नदियों में से एक है। यह नदी तथा अलकनंदा नदियों के संगम पर नन्द प्रयाग स्थित है। यह सागर तल से २८०५ फ़ीट की ऊंचाई पर स्थित है। इस नदी का मूल (उद्गम) त्रिशूल पर्वत की तलहटी पर स्थित नन्दाघुँघुँटी से है, जिसके पास शीलासमुद्र नामक विशाल शिलाओं की सागर बना हुआ है! नन्दाकिनी नदी की लम्बाई 160 लगभग है, और नन्पदप्ररयाग में अलकनन्दा में संगम हो जाता है! गोपाल जी का मंदिर दर्शनीय है। नंदप्रयाग का मूल नाम कंदासु था जो वास्तव में अब भी राजस्व रिकार्ड में यही है। ऐसा कहा जाता है कि नन्दप्रयाग में नन्दराज नामक राजा ने यज्ञ किया था, जिस कारण इस प्रयाग को नन्दप्रयाग नाम से जाना गया।[3]