नजीबाबाद Najibabad | |
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निर्देशांक: 29°38′N 78°20′E / 29.63°N 78.33°Eनिर्देशांक: 29°38′N 78°20′E / 29.63°N 78.33°E | |
ज़िला | बिजनौर ज़िला |
राज्य | उत्तर प्रदेश |
देश | भारत |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 88,535 |
भाषा | |
• प्रचलित | हिन्दी |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30) |
नजीबाबाद (Najibabad) भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के बिजनौर ज़िले में स्थित एक नगर है।[1][2] 511
नजीबाबाद मालन नदी से कुछ दूर पर गढ़वाल की तराई में स्थित है। नजीबाबाद जिला बिजनौर की तहसील भी है, जिसमें कई गाँव सम्मिलित हैं। नजीबबाद में रेल स्टेशन है और तीन राष्ट्रीय राजमार्ग - एनएच ३४, एनएच ५३४ और एनएच ७३४ - यहाँ से गुज़रते हैं।
नजीबाबाद को मुग़ल सम्राट अहमदशाह के समकालीन नवाब नज़ीबुद्दौला ने 1750 ई. में बसाया था। नज़ीबुद्दौला एक सफल कूटनीतिज्ञ थे और मुग़ल साम्राज्य की तत्कालीन राजनीति में इनका काफ़ी दख़ल था। इनका मक़बरा नजीबाबाद में स्थित है। सन् 1857 के विद्रोह में नज़ीबुद्दौला के उत्तराधिकारी नवाब दुंदू खाँ ने अंग्रेजों के विरुद्ध बग़ावत की थी, जिसके कारण उनकी रियासत ज़ब्त कर ली गई और उसका एक भाग रामपुर रियासत को दे दिया गया।
अल्लामा ताजवर नजीबाबादी केवल नजीबाबाद ही में नहीं बल्कि दूर दूर तक पहचान बना चुके थेे। प्रसिद्ध् गजलकार दुश्यंत कुमार का गांंव राजपुर नवादा भी नजीबाबाद के समीप है। महेन्द्र अश्क नजीबाबाद के समीपस्थ आदर्श नगर में रहते हैं और आज देश के जानेमाने शायरों में शुमार होते हैं। रश्मि अग्रवाल एक बेहतरीन लेखिका के साथ साथ कवि हैं और भारत के राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित हो चुकी हैं। प्रकाशक, संपादक, कहानीकार, रूपककार और हिन्दी में नई विधा फायकू के प्रथम फायकूकार अमन कुमार त्यागी। आलोक कुमार त्यागी हिंदी साहित्य का उभरता हुआ नाम है। आकाशवाणी नजीबाबाद से उनकी सुरीली आवाज सुनी जा सकती है।
नजीबाबाद को सन 27 जनवरी 1978 में आकाशवाणी केंद्र की सौगात मिली। उत्तराखंड और यूपी के बार्डर पर नजीबाबाद में स्थापित 200 किलो हटर्ज के आकाशवाणी केंद्र से प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों में यूपी, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश आदि राज्यों के श्रोता सुनते है।