निष्क्रिय सौर भवन (passive solar building) की डिजाइन इस प्रकार की जाती है कि भवन की खिड़कियाँ, दीवारें और छत गर्मी के मौसम में सूरज की ऊष्मा को कम से कम अन्दर आने दें जबकि शीत ऋतु में अधिक-से-अधिक सौर ऊर्जा अन्दर आये और घर को गरम करे। इस प्रकार की डिजाइन को 'निष्क्रिय' या 'पैसिव' इसलिए कहते हैं कि इसमें यांत्रिक या वैद्युत युक्तियों का ऊपयोग नहीं किया जाता है जैसा कि 'सक्रिय' तापन में करना पड़ता है।