पक्षिलस्वामिन वात्स्यायन न्याय दर्शन के एक भारतीय दार्शनिक, टीकाकार और तर्कशास्त्री थे। [1] [2] उन्होंने गौतम के न्यायसूत्र पर प्रथम पूर्ण भाष्य की रचना की है। [3] [4]