प्यार का देवता | |
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प्यार का देवता का पोस्टर | |
निर्देशक | के. बापय्या |
लेखक | कादर ख़ान (संवाद) |
निर्माता | ललित कपूर |
अभिनेता |
मिथुन चक्रवर्ती, माधुरी दीक्षित, निरूपा रॉय, मौसमी चटर्जी, कादर ख़ान |
संगीतकार | लक्ष्मीकांत प्यारेलाल |
प्रदर्शन तिथियाँ |
11 जनवरी, 1991 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
प्यार का देवता 1991 में बनी हिन्दी भाषा की नाट्य फिल्म है। मिथुन चक्रवर्ती, माधुरी दीक्षित, निरूपा रॉय और मौसमी चटर्जी मुख्य भूमिकाओं में हैं।
अपने माता-पिता की मौत के बाद, विजय (मिथुन चक्रवर्ती) अपने आप बहनों शारदा, सुजाता और संगीता की देखभाल करता है। वह मैकेनिक के रूप में काम करता है, जब तक कि वह लोग घर की देखबाल करने लायक बड़ी नहीं हो जाती। वयस्कता प्राप्त करने के बाद विजय ने शारदा (रूपा गांगुली) का इंस्पेक्टर अरुण (सुरेश ओबेरॉय) से विवाह किया; जबकि सुजाता (किशोरी शहाणे) का विवाह एडवोकेट गोपाल (राज किरन) से हुआ और संगीता अपने प्रेमी से शादी कर लेती है।
अब सारी बहनें विजय की शादी करना चाहती हैं। जब उन्हें पता चलता है कि वह राधा (माधुरी दीक्षित) से प्यार करता है, तो वे सभी बहुत खुश होती हैं। लेकिन अरुण अपनी बहन मोहिनी से बलात्कार के लिए विजय को गिरफ्तार कर लेता है। उनकी सारी खुशी सदमे और अविश्वास में बदल जाती है। जब विजय को मुख्य न्यायाधीश सरस्वती मनोहर राय के सामने लाया जाता है, तो विजय अपने अपराध को स्वीकार कर लेता है। जिससे एक सवाल उपजता है कि विजय ने अरुण की बहन पर ऐसा गंभीर अपराध क्यों किया और उसके कार्यों के पीछे क्या उद्देश्य था।
सभी गीत आनंद बख्शी द्वारा लिखित; सारा संगीत लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल द्वारा रचित।
क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
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1. | "कुछ देर पहले कुछ भी ना था" | अलका याज्ञिक, मोहम्मद अज़ीज़ | 5:37 |
2. | "बहनें हँसती हैं तो हँसते हैं" | अलका याज्ञिक, मोहम्मद अज़ीज़, कविता कृष्णमूर्ति | 5:45 |
3. | "जिंद तेरे नाम कर दी" | लता मंगेशकर, मोहम्मद अज़ीज़ | 6:44 |
4. | "बहनें हँसती हैं तो हँसते हैं" | अलका याज्ञिक, मोहम्मद अज़ीज़, कविता कृष्णमूर्ति | 1:31 |
5. | "मैं नाजुक दिल शहजादी" | कविता कृष्णमूर्ति | 5:01 |
6. | "मेरी दुकान पे आना मेरी जान" | सुदेश भोंसले | 4:55 |