प्रियंवदा मोहंती हेजमादी | |
---|---|
जन्म |
18 नवम्बर 1939 India |
पेशा |
शास्त्रीय नर्तक कला लेखिका जीवविज्ञानी |
प्रसिद्धि का कारण |
ओडिसी विकासात्मक अनुदान |
प्रियंवदा मोहंती हेजमादी ओडिसी की एक भारतीय शास्त्रीय नर्तकी, कला लेखिका अवं एक जीवविज्ञानी और संबलपुर विश्वविद्यालय में पूर्व वाइस चांसलर रह चुकी हैं।[1][2] उनका जन्म 18 नवम्बर 1939 में हुआ, उन्होंने मास्टर की डिग्री और उसके बाद डॉक्टरेट की डिग्री में जीव विज्ञान में की।[3] उन्होंने ओडिसी कम उम्र से ही सीखना शुरू करदी और नई दिल्ली में 1954 में इंटर यूनिवर्सिटी युवा महोत्सव में उनके 'ओडिसी' नृत्य के प्रदर्शन ने इस नृत्य कला को चार्ल्स फब्री, जो कि सभा में मौजूद थे, उनके सहयोग से अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित किया। [4]
प्रियंवदा भारतीय विज्ञान अकादमी की एक खोजकार हैं।[3] उन्होंने कई लेख [4] और एक किताब, ओडिसी: एक भारतीय शास्त्रीय नृत्य रूप , जिसमें नृत्य के इतिहास और विकास का ब्यौरा दिया है, लिखे हैं।[5] 2013 में उन्हें ''ओडिसी नृत्य सम्मान'' से सम्मानित किया गया।[6] विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए, भारत सरकार ने उन्हें चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, पद्म श्री से 1998 में सम्मानित किया।[7]
|accessdat e=
की उपेक्षा की गयी (मदद)