डॉ॰ प्रेम लाल जोशी | |
---|---|
जन्म |
04 फ़रवरी 1952 गढ़वाल, उत्तराखंड, भारत |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
नागरिकता | भारत |
शिक्षा की जगह |
दिल्ली विश्वविद्यालय गढ़वाल विश्वविद्यालय |
पेशा | प्रोफ़ेसर (MMU University, Malasia) लेखक |
धर्म | हिन्दू |
जीवनसाथी | श्रीमती लीला जोशी |
बच्चे |
श्वेता जोशी प्रबल जोशी विक्रांत जोशी |
पुरस्कार |
अन्तर्राष्ट्रीय सरदार पटेल पुरस्कार हिन्द रतन अवार्ड राजीव गाँधी एक्सीलेंस अवार्ड (२०१५)[1] भारत गौरव सम्मान एन आर आई इंस्टिट्यूट अवार्ड फॉर एक्सीलेंस[2] |
वेबसाइट www |
डॉ॰ प्रेम लाल जोशी (जन्म: ४ फरवरी, १९५२) एक प्रख्यात भारतीय शिक्षकविद, विद्वान, लेखक एवं मल्टीमीडिया विश्वविद्यालय, मलेशिया में एकाउंटिंग के प्रोफ़ेसर हैं। वें सेण्टर फॉर एक्सीलेंस इन बिज़नेस परफॉरमेंस (CEBP) के अध्यक्ष हैं। वें इंटरनेशनल जर्नल ऑफ एकाउंटिंग ऑडिटिंग एंड परफॉरमेंस इवैल्यूएशन (IJAAPE) के संस्थापक एवं मानद सम्पादक, एफ्रो एशियन जर्नल ऑफ फाइनेंस एंड एकाउंटिंग (AAJFA) के प्रबंध सम्पादक तथा इंटरनेशनल जर्नल ऑफ फाइनेंस एंड एकाउंटिंग स्टडीज़, ऑस्ट्रेलिया के सहयोगी सम्पादक हैं। वें बजट और वित्तीय लेखा पर छह पुस्तकों के लेखक हैं। अपनी पुस्तकों के अतिरिक्त, इनके १०० से अधिक शोध पत्र विश्व के कई मान्यता प्राप्त अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं।[3][4][5]
वर्ष १९८१ में प्रेम लाल जोशी ने हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से वाणिज्य (वृत्त एवं लेखाकरण) में पीएचडी की सर्वोच्च शैक्षिक डिग्री प्राप्त की। इन्होंने वर्ष १९७५ में दिल्ली विश्वविद्यालय से वाणिज्य में परास्नातक किया हैं। इन्हें १९७९ में भारतीय समाज विज्ञान संशोधन परिषद, नई दिल्ली द्वारा टीचर फेलोशिप (शिक्षक अनुदान) प्राप्त हुआ।
१९८० के दशक के दौरान इन्होंने गढ़वाल विश्वविद्यालय में काम किया और विश्वविद्यालय में वाणिज्य की संकाय स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इन्होंने इंटरनेशनल जर्नल ऑफ एकाउंटिंग ऑडिटिंग एंड परफॉरमेंस इवैल्यूएशन, एफ्रो एशियन जर्नल ऑफ फाइनेंस एंड एकाउंटिंग और एफ्रो एशियन जर्नल ऑफ फाइनेंस एंड एकाउंटिंग नामक वृत्त तथा लेखा अध्ययन पर आधारित अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओ की स्थापना किया, जिसके वें मुख्य सम्पादक हैं। गूगल स्कॉलर के एक मूल्यांकन के अनुसार अंतर्राष्ट्रीय विद्वानों ने डॉ॰ प्रेम लाल जोशी के लेखो और शोध पत्रों को 822 बार अपने लेखो अथवा पत्रों में सन्दर्भ दिया हैं। बहरीन के शिक्षा मंत्रालय के संमत्रण में संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) के परामर्श पर डॉ॰ प्रेम लाल जोशी ने एकाउंटिंग पर दो पुस्तकें लिखी, जो बहरीन की सरकारी विद्यालयों के पाठ्यक्रम में सम्मिलित हैं। वें वर्ष २००५ से २००६ तक एएए के सूचना प्रौद्योगिकी समिति के सदस्य और इंडियन ऑडिट एसोसिएट्स के उपाध्यक्ष थें। वर्ष १९९५ से २०१२ तक यूरोपीय एकाउंटिंग एसोसिएशन के भी सदस्य थे। डॉ॰ एम. एल. जोशी की वित्त और लेखा अध्ययन पर अब तक ६ किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं। [6][7][8][9]
वर्ष | पुस्तक के नाम | प्रकाशक |
---|---|---|
२००३ | फाइनेंस एकाउंटिंग (भाग: १ और २) | शिक्षा मंत्रालय, बहरीन राजशाही |
१९८८ | टेकनिक्स ऑफ जीरो बेस्ड बजटिंग : टेक्स्ट एंड केसेस | हिमालय पब्लिशिंग हाउस, मुंबई |
१९८६ | जीरो बेस्ड बजटिंग टेक्नोलॉजी इन गवर्नमेंट | दीप एंड ध्रुव पब्लिशर्स, नई दिल्ली |
१९८५ | लीजिंग कोमेस ऑफ एज: इंडियन सीन | अमृता प्रकाशन, मुंबई |
१९८४ | इंस्टिट्यूशनल फाइनेंसिंग इन इंडिया | दीप एंड दीप पब्लिकेशन्स, नई दिल्ली |
१९८४ | इंट्रोडक्शन तो जीरो बेस्ड बजटिंग | दीप एंड दीप पब्लिकेशन्स, नई दिल्ली |