फल्स: (Arabic: فلس, बहुवचन फ़ुलस ) एक मध्ययुगीन तांबे का सिक्का था जिसे पहली बार 7वीं शताब्दी के अंत में उमय्यद ख़िलाफ़त (661-750) द्वारा जारी किया गया था। सिक्के का नाम फोलिस, एक रोमन और बाद में बीजान्टिन तांबे के सिक्के से लिया गया है। [1] फल्स में आमतौर पर दोनों तरफ अलंकृत अरबी लिपि अंकित होती थी। 19वीं शताब्दी तक विभिन्न प्रकार के तांबे के फाल्स का उत्पादन किया जाता था। उनका वजन एक ग्राम से लेकर दस ग्राम या उससे अधिक तक भिन्न-भिन्न था।
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