फ़ातिमा भुट्टो فاطمہ بھٹو | |
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जन्म |
29 मई 1982 काबुल, अफ़्गानिस्तान |
आवास | कराची, पाकिस्तान |
राष्ट्रीयता | पाकिस्तानी |
पेशा | लेखिका, पत्रकार |
धर्म | इस्लाम |
संबंधी | भुट्टो ख़ानदान |
फ़ातिमा भुट्टो (उर्दू: فاطمہ بھٹو) जन्म नाम, फ़ातिमा मुर्तज़ा भुट्टो (उर्दू: فاطمہ مُرتضیٰ بھُٹّو जन्म 29 मई 1982), एक पाकिस्तानी लेखिका और पत्रकार है।[1] वे पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ज़ुल्फ़िकार अली भुट्टो की पोती और पूर्व प्रधानमंत्री बेनज़ीर भुट्टो की भतीजी हैं।
फ़ातिमा भुट्टो मई 1982 को अफ़्गानिस्तान की राजधानी काबुल में उस वक़्त पैदा हुई, जब उसके पिता मीर मुर्तज़ा भुट्टो देशनिकाले का जीवन बिता रहे थे। उनकी माँ फ़ौज़िया फ़ासिहुद्दीन भुट्टो अफ़्गनी विदेश मंत्रालय में एक अधिकारी की बेटी थीं।
फ़ातिमा भुट्टो शायरा और लेखिका हैं। पाकिस्तान, अमेरिका और ब्रिटेन के कई अख़बारों में कॉलम भी लिखती हैं। 1997 में पंद्रह साल की उम्र में उनका पहला काव्य-संग्रह ऑक्स्फ़ोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस, पाकिस्तान से प्रकाशित हुआ था, जिसका टाईटल Whispers of the Desert[2] (हिन्दी अनुवाद: सहरा की सरगोशियाँ) है। 2006 में दूसरी किताब 8 अक्टूबर 2005 को कश्मीर और सूबा सरहद में आए ज़लज़ले के विषय पर और 8:50a.m. 8October 2005 प्रकाशित हुई। तीसरी किताब Songs of Blood and Sword प्रकाशनाधीन है। उनका पहला उपन्यास, (हिन्दी अनुवाद: द शैडो ऑफ द क्रिसेंट मून) The Shadow of the Crescent Moon प्रकाशित हुआ है, जिसमें अफ़्गानिस्तान की सरहद के पास वज़ीरस्तान के जनजातीय क्षेत्र में रहने वाले तीन भाइयों और दो औरतों के संघर्ष की कहानी है। [3]