फॉरेंसिक पेलन्लोजी एक अध्ययन है पराग और बीजाणुओं का एक रिश्ते साबित करने के लिए वस्तुओं, लोगों और स्थानों के बीच। फॉरेंसिक पेलन्लोजी एक भाग है फॉरेंसिक वनस्पति विज्ञान का। पराग और बीजाणुओं मदों की एक अत्यंत व्यापक रेंज, निकायों सहित से प्राप्त किया जा सकता है। इतने सारे प्रकाशन और हाई प्रोफाइल मामलों फोरेंसिक पेलन्लोजी के सयता से हल हुए हैं। पराग किसी वस्तु या व्यक्ति के बारे में यह बता सकता है, कि वह कहा गया था, क्योंकी दुनिया, देशों, और एक बगीचे के भी अलग-अलग हिस्सों में पाए जाने वाले पराग अलग होते है।[1] हर मोसम में अलग तरह के पराग होते है तो उस से भी पता लगाया जा सकता है।[2]
पराग नष्ट नहीं होता है। पराग का विश्लेषण किया जाता है। पराग और बीजाणुओं आकार में बहुत छोटे हैं , विशाल मात्रा में उत्पादन किया है।
इतने सारे प्रकाशन और हाई प्रोफाइल मामलों फोरेंसिक पेलन्लोजी के सयता से हल हुए हैं।