बासीपन शब्द मूल रूप से खाने-पीने और इस्तेमाल की वस्तुओं में दिखने और महसूस होने वाले फ़र्क़ को कहते हैं जिससे कि एक तो गुणवत्ता ख़राब लगे, वस्तु खाने या पास रखने से असहजता लगे, वस्तु का इस्तेमाल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो, और उसी वस्तु की किसी कोई नवीन शक्ल इस मूल वस्तु से कहीं बढ़ि़या, आकर्षक, मनमोहक और स्वास्थ्य के लिए उपयोगी लगे। बासीपन के सामान्य उदाहरण : दो दिन पुराना भोजन, सड़े हुए फल, मुरझाए हुए फूल आदि।
कभी- कभी किसी चीज़ के नएपन खोने को भी बासी कहते हैं, जैसे पुरानी खबर, पुराने क़िस्से-कहानियाँ, आदि।
एज ऑफ माइथोलॉजी फ़िल्म के निर्माण के लिए एन्सेम्बल स्टूडियो ने तय किया वे एज ऑफ ऐम्पायर्ज़ श्रृंखला के इतिहास के केन्द्र से हट जायेंगे, ताकि बासीपन और दोहराव से बचा जा सके। इसने उन्हें नए विचारों और अवधारणाओं पर काम करने का मौका प्रदान किया।[1]