बिलाड़ा Bilara | |
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शहर | |
बिलाड़ा के किले का सामने वाला हिस्सा | |
उपनाम: बलीपुर | |
निर्देशांक: 26°10′45″N 73°42′20″E / 26.1792°N 73.7056°Eनिर्देशांक: 26°10′45″N 73°42′20″E / 26.1792°N 73.7056°E | |
देश | भारत |
राज्य | राजस्थान |
ज़िला | जोधपुर ज़िला |
तहसील | बिलाड़ा तहसील |
ऊँचाई | 269 मी (883 फीट) |
जनसंख्या (२०११) | |
• कुल | ७१३९६ |
भाषा | |
• आधिकारिक | हिंदी |
समय मण्डल | IST (यूटीसी+5:30) |
पिन कोड | ३४२६०२ |
वेबसाइट | bilaracity |
बिलाड़ा की स्थापना उर्जनोंत भाटियो ने की। बिलाड़ा भारत के राजस्थान राज्य के जोधपुर ज़िले का एक शहर तथा नगरपालिका है | बिलाड़ा जोधपुर जिले में पड़ता है यहां आई माता का भव्य मन्दिर है जिसमे केसर उत्पन होता है और पवित्र नगरी बिलाड़ा में राजा बलि का मन्दिर है बिलाड़ा का सबसे सुन्दर गांव हर्ष है वहा हर्षा देवल का भव्य मन्दिर है बिलाड़ा के पास रूंणक़िया राजपूताना नामक गाँव में नागणेची माता का भव्य मंदिर स्थापित है जिनका निर्माण मनोहर सिंह चापावत ने करवाया
बिलाड़ा भारत के राजस्थान राज्य के जोधपुर ज़िले का एक शहर तथा नगरपालिका है यह बिलाड़ा तहसील में आता है यह मुख्य रूप से कृषि के लिए जाना जाता है ' बिलाड़ा अपनी मीठी वाणी के लिए तथा धार्मिक कार्यक्रमों के लिए भी जाना जाता है बिलाड़ा शहर में कई निजी होटल भी है जिसमे अच्छी खासी सुविधाएँ भी है यह एक राजस्थान के कश्मीर के रूप में भी जाना जाता है ' बिलाड़ा में ओर खेती भी खूब होती है बिलाडा बाजार में कपड़ो का मार्किट भी बहुत बड़ा है दिन भर भीड़ भाड़ बानी रहती है यहां पर कृषि मंडी भी बहुत ही बड़ी है यहां कपास गेहू सोप सरसो जीरा मुख्य फसल है यह आई माता जी का मंदिर भव्य मंदिर है ओर जीजीपाल मंदिर जोड़ रनिया हर्ष देवल सिद्धि विनायक मन्दिर है
बिलाङा कस्बे में ही बींजवाङीया गाँव है जहाँ कालका माता भव्य चमत्कारी मंदिर है।
बिलाड़ा में श्री आई माताजी का [1] एक मंदिर भी है आई माताजी जो देवी अंबे माँ ही [2] एक [3] अवतार है इस मंदिर का निर्माण विक्रम संवत के अनुसार 1472 में [4] हुआ था।
बिलाडा महल जो आई माता जी के मंदिर के पास ही है। यह खासा बड़ा भी है। इस महल का निर्माण बिलाड़ा के दीवान ने करवाया था ' दीवान एक धर्म गुरु भी था इसके अलावा बिलाड़ा में एक कल्पवृक्ष ,बाणगंगा राजा बाली मंदिर ,दादा वाड़ी और खेल का मैदान भी है।