ब्रह्मगुप्त का अन्तर्वेशन सूत्र (Brahmagupta's interpolation formula) भारतीय गणितज्ञ ब्रह्मगुप्त द्वारा प्रस्तुत एक अन्तर्वेशन सूत्र है जो दो घात वाले बहुपद का उपयोग करता है। इस अन्तर्वेशन का वर्णन उनके प्रसिद्ध ग्रन्थ खण्डखाद्यक के परिशिष्ट में आया है। यही श्लोक ब्रह्मगुप्त द्वारा इससे पहले रचित 'ध्यान-ग्रह-अधिकार' में भी आता है किन्तु उसकी रचनाकाल अनिश्चित है।
ब्रह्मगुप्त का यह अन्तर्वेशन सूत्र वर्तमान समय के द्वितीय ऑर्डर वाले न्यूटन-स्टर्लिंग अन्तर्वेशन सूत्र (Newton–Stirling interpolation formula) के तुल्य है।
x | x2 | ... | xr | xr+1 | ... | xn |
अन्तर | D1 | ... | Dr | Dr+1 | ... | Dn |
ब्रह्मगुप्त के पहले के भारतीय गणितज्ञ जो अन्तर्वेशन सूत्र प्रयोग करते थे वह एक सरल रैखिक अन्तर्वेशन (simple linear interpolation) सूत्र था। f(a) की गणना करने का यह रैखिक सूत्र यह है-
f(a) की गणना करने के लिये ब्रह्मगुप्त ने Dr के स्थान पर एक दूसरे ब्यंजक (expression) का उपयोग किया जो अपेक्षाकृत अधिक शुद्ध (accurate) मान देता है। वस्तुतः यह द्वितीय ऑर्डर का इन्टर्पोलेशन सूत्र है।
इसी कि निम्नलिखित आधुनिक रूप में लिख सकते हैं-