ब्रेकथ्रू स्टारशॉट (Breakthrough Starshot) एक अनुसंधान और अभियान्त्रिकी परियोजना है जिसका ध्येय प्रकाश पाल (light sail) से चलने वाले अंतरिक्ष यानों का एक बेड़ा विकसित करना है जो पृथ्वी से ४.३७ प्रकाशवर्ष दूर स्थित मित्र तारे (Alpha Centauri) के बहु तारा मंडल तक पहुँच सके। इन परिकल्पित अंतरिक्ष यानों का नाम "स्टारचिप" (StarChip) रखा गया है और इन्हें प्रकाश की गति का १५% से २०% तक का वेग देने का प्रस्ताव है।[1] इस रफ़्तार से वे लगभग २० से ३० वर्षों में मित्र तारे के मंडल तक पहुँच सकेंगे और वहाँ से पृथ्वी को सूचित करेंगे। इतनी दूरी पर उनसे प्रसारित संकेतों को पृथ्वी तक पहुँचने में लगभग ४ साल लगेंगे। यह यान इतनी तेज़ी से चल रहे होंगे की वे केवल कुछ देर के लिये मंडल में रहकर आगे अंतरिक्ष में निकल जाएँगे। प्रस्तावकों की चेष्टा है कि इस अंतराल में यह यान अगस्त २०१६ में मिले प्रॉक्सिमा सेन्टॉरी बी (Proxima Centauri b) नामक स्थलीय ग्रह (जो पृथ्वी से ज़रा बड़ा ग़ैर-सौरीय ग्रह है) के समीप से भी उड़ें और उसकी तस्वीरें खींचकर पृथ्वी भेजें।[2][3][4][5]
इस परियोजना का प्रस्ताव है कि हर यान चंद ही ग्राम का होगा, यानि अत्यंत छोटा। ऐसे १००० यान एक बड़े मातृयान में रखे जाएँगे और यह मातृयान पृथ्वी से रोकेट पर छोड़ा जाएगा जहाँ यह पृथ्वी की एक ऊँची कक्षा में पहुँचाया जाएगा। यहाँ उसके अंदर के हज़ार छोटे यान बाहर छोड़ दिये जाएँगे। हर यान में ४ मीटर लम्बा और ४ मीटर चौड़ा प्रकाश पाल होगा। पृथ्वी पर स्थित कुछ शक्तिशाली लेज़र इन यानों पर चमकाई जाएँगी जो विकिरण दाब से उन्हें गति देंगी। हर पाल पर एक टेरावॉट की शक्ति से चमकने वाली यह लेज़र हर यान को मित्र तारे की ओर गतिशील कर देगी। ऐसा निशाना लगाने का प्रयास किया जाएगा कि हर यान उस मंडल के वासयोग्य क्षेत्र के पास से निकले और वहाँ स्थित प्रॉक्सिमा सेन्टॉरी बी के चित्र खींच सके। वहाँ पहुँचते-पहुँचते खगोलीय धूल से टकराव होने से कुछ यानों के ध्वस्त होने की सम्भावना है। यही कारण है कि १००० यान छोड़े जाएँगे।[6][7]