भारत विखण्डन : द्रविड़ और दलित दरारों में पश्चिमी हस्तक्षेप (Breaking India: Western Interventions in Dravidian and Dalit Faultlines) राजीव मल्होत्रा तथा अरविन्दन नीलकन्दन द्वारा लिखित एक पुस्तक है जिसका प्रमुख तर्क यह है कि पश्चिमी जगत की संस्थाओं द्वारा भारत के द्रविण और दलित आन्दोलन को समर्थन देकर भारत की एकता को कमजोर किया जा रहा है। यह पुस्तक २०११ में प्रकाशित हुई थी और भारत की सर्वाधिक बिकने वाली १० पुस्तकों में शामिल थी।
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