उत्पत्ति के आधार पर संसाधनों को दो वर्गों में बांटा जाता है- जीवीय (biotic) तथा अजीवीय (abiotic)। भारत में दोनों तरह के संसाधन प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं।