भारत ने १६ जनवरी २०२१ को कोविड-१९ टीके का प्रशासन शुरू किया। ०४ अप्रैल २०२३ तक, भारत ने पहली, दूसरी और एहतियाती (बूस्टर) खुराक मिलाकर २.२० अरब से अधिक खुराक दी है।[1] भारत में, 95% पात्र आबादी (१२+) को टीके का पहला खुराक और 88% पात्र आबादी (१२+) को टीके का दोनों खुराक मिल चुका है।[2]
राज्य अनुसार प्रति व्यक्ति पूर्ण टीकाकरण प्रतिशत (%) ०४ अप्रैल २०२३ तक | |
तिथि | 16 जनवरी २०२१ | – अब तक
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स्थान | भारत |
कारण | भारत में कोरोनावायरस महामारी |
प्रतिभागी |
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परिणाम |
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वेबसाइट | MoHFW (एमओएचएफW) Co-WIN (कोविन) |
०४ अप्रैल २०२३ (१०:०० PM) तक |
कोविड-19 वैश्विक महामारी पर शृंखला का एक भाग। |
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COVID-19 portal |
भारत ने अबतक भारत में निर्मित कोविशील्ड(यानी ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन) (सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया) और तीन स्थानीय रूप से विकसित टीके कोवैक्सिन (भारत बायोटेक), जाइकोव-डी (ज़ाइडस कैडिला) और कॉर्बेवैक्स (बायोलॉजिकल-ई) को मंजूरी दी है। भारत में कुछ विदेशी टीके जैसे स्पुतनिक वी, मोडर्ना वैक्सीन, जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन, फाइजर वैक्सीन और कोवोवैक्स (नोवावैक्स) वैक्सीन को अब तक मान्यता दी जा चुकी है।
भारत में दो प्रमुख स्वीकृत COVID-19 टीके हैं:
कोविशील्ड और कोवैक्सीन।
1 जनवरी 2021 को, भारत के औषधि महानियंत्रक (DGCI) ने कोविशील्ड के आपातकालीन या सशर्त उपयोग को मंजूरी दी।[3] कोविशील्ड ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और इसकी स्पिन-आउट कंपनी, Vaccitech द्वारा विकसित किया गया है।[4]
2 जनवरी 2021 को, कोवैक्सीन भारत बायोटेक द्वारा भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद और राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान के सहयोग से विकसित भारत का पहला कोविड-19 वैक्सीन प्राप्त किया गया। भारत के औषधि महानियंत्रक को इसके आपातकालीन या सशर्त उपयोग के लिए।[5]
वैक्सीन मैत्री (अंग्रेज़ी: Vaccine Friendship)[6] भारत सरकार द्वारा दुनिया भर के देशों को कोविड-19 का टीका उपलब्ध कराने के लिए शुरू की गई एक मानवीय पहल है।[7] सरकार ने 20 जनवरी 2021 से टीके उपलब्ध कराना शुरू किया। 9 मई 2021 तक, भारत ने 95 देशों को टीकों की लगभग 66.3 मिलियन खुराक की आपूर्ति की थी।[8] इनमें से 10.7 मिलियन खुराक भारत सरकार द्वारा 47 देशों को उपहार में दी गई थी। शेष 54 मिलियन की आपूर्ति सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा अपने वाणिज्यिक और COVAX दायित्वों के तहत की गई थी। मार्च 2021 के अंत में, भारत सरकार ने भारत के अपने COVID संकट और इन टीकों की घरेलू आवश्यकता का हवाला देते हुए, कोविशील्ड के निर्यात को अस्थायी रूप से रोक दिया।[9] भारत के स्वास्थ्य मंत्री, श्री मनसुख मांडविया ने सितंबर में घोषणा की कि भारत अक्टूबर से दुनिया के बाकी हिस्सों में टीकों का निर्यात फिर से शुरू करेगा।[10][11]
27 मार्च को भारत द्वारा संयुक्त राष्ट्र के शांति सैनिकों को सभी शांति अभियानों में वितरित करने के लिए COVID-19 टीकों की 200,000 खुराक उपहार में दी गईं।[12]
राज्य/केंद्र शासित प्रदेश | जनसंख्या (२०२२ के अनुसार) | पहली खुराक | दोनों खुराक | ऐतिहाती/बूस्टर खुराक | कुल खुराक | पहली खुराक का प्रतिशत | दूसरी खुराक का प्रतिशत |
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भारत | १,४०,००,००,००० | १,०२,७४,००,५१२ | ९५,१९,६२,१८२ | २२,७२,२५,०८० | २,२०,६५,८७,७७४ | 73% | 68% |
अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह | ४,००,००० | 3,53,284 | 3,47,616 | 2,90,363 | 9,91,263 | 88% | 87% |
आन्ध्र प्रदेश | ५,२७,८७,००० | 4,75,78,707 | 4,47,04,213 | 1,86,73,906 | 11,09,56,826 | 90% | 85% |
अरुणाचल प्रदेश | १५,३३,००० | 9,61,350 | 8,21,820 | 1,41,415 | 19,24,585 | 63% | 54% |
असम | ३,५०,४३,००० | 2,48,13,012 | 2,21,50,253 | 33,72,511 | 5,03,35,776 | 71% | 63% |
बिहार | १२,३०,८३,००० | 7,34,84,941 | 6,79,12,014 | 1,58,86,054 | 15,72,83,009 | 60% | 55% |
चण्डीगढ़ | १२,०८,००० | 11,85,615 | 9,90,937 | 1,14,200 | 22,90,752 | 98% | 82% |
छत्तीसगढ़ | २,९४,९३,००० | 2,12,67,673 | 2,03,43,676 | 75,56,261 | 4,91,67,610 | 72% | 69% |
दादरा और नगर हवेली | ६,०८,००० | 4,62,358 | 3,56,870 | 80,444 | 8,99,672 | 76% | 59% |
दमन एवं दीव | ४,०९,००० | 3,19,988 | 2,80,090 | 80,112 | 6,80,190 | 78% | 68% |
दिल्ली | २,०५,७१,००० | 1,82,96,501 | 1,57,16,620 | 33,92,400 | 3,74,05,521 | 89% | 76% |
गोवा | १५,५९,००० | 14,40,043 | 12,95,733 | 1,38,681 | 28,74,457 | 92% | 83% |
गुजरात | ६,९७,८८,००० | 5,43,97,645 | 5,40,32,000 | 1,96,72,692 | 12,81,02,337 | 78% | 77% |
हरियाणा | २,९४,८३,००० | 2,36,81,274 | 1,98,48,787 | 20,13,541 | 4,55,43,602 | 80% | 67% |
हिमाचल प्रदेश | ७३,९४,००० | 66,46,550 | 63,28,310 | 23,50,610 | 1,53,25,470 | 90% | 86% |
जम्मू और कश्मीर | १,३४,०८,००० | 1,17,68,113 | 1,13,72,577 | 16,41,438 | 2,47,82,128 | 88% | 85% |
झारखण्ड | ३,८४,७१,००० | 2,39,68,630 | 1,78,57,240 | 20,41,645 | 4,38,67,515 | 62% | 46% |
कर्नाटक | ६,६८,४५,००० | 5,53,91,121 | 5,51,74,187 | 1,15,82,274 | 12,21,47,582 | 83% | 83% |
केरल | ३,५४,८९,००० | 2,91,50,700 | 2,52,71,580 | 30,85,647 | 5,75,07,927 | 82% | 71% |
लद्दाख़ | २,९७,००० | 2,38,303 | 2,04,114 | 1,24,716 | 5,67,133 | 80% | 69% |
लक्षद्वीप | ६८,००० | 61,813 | 60,523 | 22,944 | 1,45,280 | 91% | 89% |
मध्य प्रदेश | ८,४५,१६,००० | 6,07,49,266 | 5,92,32,029 | 1,39,55,975 | 13,39,37,270 | 72% | 70% |
महाराष्ट्र | १२,४४,३७,००० | 9,16,71,250 | 7,66,26,487 | 96,59,317 | 17,79,57,054 | 74% | 62% |
मणिपुर | ३१,६५,००० | 16,49,470 | 13,39,220 | 2,80,416 | 32,69,106 | 52% | 42% |
मेघालय | ३२,८८,००० | 14,46,863 | 10,87,785 | 91,022 | 26,25,670 | 44% | 33% |
मिज़ोरम | १२,१६,००० | 8,94,318 | 7,50,179 | 1,48,803 | 17,93,300 | 74% | 62% |
नागालैण्ड | २१,९२,००० | 9,23,954 | 7,44,946 | 70,900 | 17,39,800 | 42% | 34% |
ओडिशा | ४,५६,९६,००० | 3,52,50,742 | 3,30,12,105 | 1,32,82,640 | 8,15,45,487 | 77% | 72% |
पुडुचेरी | १५,७१,००० | 9,94,613 | 8,68,100 | 4,11,347 | 22,74,060 | 63% | 55% |
पंजाब | ३,०३,३९,००० | 2,41,62,414 | 2,09,95,850 | 18,90,396 | 4,70,48,660 | 80% | 69% |
राजस्थान | ७,९२,८१,००० | 5,70,35,025 | 5,10,38,233 | 76,44,856 | 11,57,18,114 | 72% | 64% |
सिक्किम | ६,७७,००० | 5,91,877 | 5,54,656 | 2,13,944 | 13,60,477 | 87% | 82% |
तमिल नाडु | ७,६४,०२,००० | 6,12,15,139 | 5,72,20,543 | 90,94,375 | 12,75,30,057 | 80% | 75% |
तेलंगाना | ३,७७,२५,००० | 3,24,47,512 | 3,15,59,666 | 1,35,47,730 | 7,75,54,908 | 86% | 84% |
त्रिपुरा | ४०,७१,००० | 29,16,816 | 25,23,858 | 4,78,323 | 59,18,997 | 72% | 62% |
उत्तर प्रदेश | २३,०९,०७,००० | 17,69,98,885 | 16,89,69,277 | 4,60,38,015 | 39,20,06,177 | 77% | 73% |
उत्तराखण्ड | १,१३,९९,००० | 91,18,598 | 87,33,035 | 22,91,723 | 2,01,43,356 | 80% | 77% |
पश्चिम बंगाल | ९,८१,२५,००० | 7,35,27,563 | 6,67,07,418 | 1,58,63,453 | 15,60,98,434 | 75% | 68% |
मिसलेनियस | — | 22,43,100 | 15,79,114 | 14,73,499 | 52,95,713 | — | — |
०४ अप्रैल, २०२३ (भारतीय मानक समय के अनुसार रात के १०:०० बजे) तक[13] |
०४ अप्रैल, २०२३ तक, ५ वर्ष और उससे अधिक आयु की आबादी केवल टीकाकरण के लिए पात्र है। उपरोक्त तालिका में दिखाया गया टीकाकरण जनसंख्या का प्रतिशत सभी आयु समूहों के साथ भारत की अनुमानित २०२२ जनसंख्या के अनुसार है। सरकार के अनुसार, २०२२ के लिए अनुमानित मध्य-वर्ष की गणना के आधार पर, देश की १२ वर्ष और उससे अधिक आयु की कुल जनसंख्या लगभग १०८ करोड़ है। कोविड-१९ टीकाकरण अभियान शुरू होने के बाद से देश की ९५.६०% पात्र आबादी (१२+) को टीके का पहला खुराक और ८८.४०% पात्र आबादी को टीके का दोनों खुराक मिल चुका है।