भारतीय नागरिकों के लिए वीज़ा आवश्यकताएँ अन्य देशों के अधिकारियों द्वारा भारत के नागरिकों पर लगाए गए प्रशासनिक प्रवेश प्रतिबंध हैं। 10 फरवरी 2023 तक, भारतीय नागरिकों को 60 देशों और क्षेत्रों में वीज़ा-मुक्त या आगमन पर वीज़ा या ई-वीज़ा की सुविधा प्राप्त थी। हेनले पासपोर्ट इंडेक्स के अनुसार यात्रा स्वतंत्रता के मामले में भारतीय पासपोर्ट 110 में से 84वें स्थान पर था। [1] 23 देशों में वीज़ा-मुक्त प्रवेश और 47 देशों के लिए आगमन पर वीज़ा सुविधा के साथ भारत ग्लोबल पासपोर्ट पावर रैंक में 96 में से 72वें स्थान पर है। [2]
वीज़ा की आवश्यकता को इंडोनेशिया ने जुलाई 2017 में, कतर ने अगस्त 2017 में तथा ट्यूनीशिया ने अक्टूबर 2017 में हटा दिया था। [3] 2018 में रूसी सुदूर पूर्व के कुछ हिस्सों प्राइमरी और शेष खाबरोवस्क, सखालिन, चुकोटका और कामचटका जैसे क्षेत्रों को ई-वीज़ा का दर्जा दिया गया। [4] रूस 1 जनवरी 2021 से शुरूकर 16 दिनों तक के प्रवास के लिए भारतीय नागरिकों को ई-वीजा जारी करने के लिए तैयार था। सितंबर 2017 में किर्गिस्तान ने,नवंबर 2017 में आर्मेनिया तथा 2018 में वियतनाम और उजबेकिस्तान ने ऑनलाइन विज़िटर वीज़ा का अनुसरण किया। [5][6] योग्य भारतीय नागरिक अब संयुक्त राज्य अमेरिका में शीघ्र प्रवेश के लिए ग्लोबल एंट्री कार्यक्रम में भाग ले सकते हैं।
यह ग्राफ़ 2020 हेनले पासपोर्ट इंडेक्स की पूरी वैश्विक रैंकिंग दिखाता है। चूंकि सूचकांक सघन रैंकिंग का उपयोग करता है dense ranking, कुछ मामलों में, एक रैंक कई देशों द्वारा साझा की जाती है क्योंकि इन सभी देशों में वीज़ा-मुक्त या आगमन पर वीज़ा पहुंच का स्तर समान है।.