भावना जाट (जन्म 1 मार्च 1996, काबरा, राजस्थान) एक भारतीय एथलीट है, जो 20 किलोमीटर पैदल चाल प्रतियोगिता में भाग लेती हैं। पैदल चाल का राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी उनके नाम है। भावना जाट ने अपने राष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ जापान में होने वाले टोक्यो ओलंपिक का टिकट भी हासिल कर लिया है।
भावना जाट का जन्म 1 मार्च 1996 को राजस्थान के काबरा गाँव में हुआ था. वह एक ग़रीब किसान परिवार से हैं। उनके पिता शंकर लाल जाट के पास खेती की दो एकड़ ज़मीन थी और माँ नोसर देवी एक गृहिणी थीं।[1] तीनों भाई-बहनों में सबसे छोटी भावना जाट एथलेटिक्स में रूचि रखती थीं और राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में भी भाग लेना चाहती थीं। उन्होंने आगे बढ़ने से पहले ज़िला स्तरीय प्रतियोगिताओं में भाग लेना था। उनके स्कूल शिक्षक एक बार उन्हें ज़िला-स्तरीय प्रतियोगिता में ले गए। हालाँकि, वह कहती हैं कि जब वो कार्यक्रम स्थल पर पहुँचें, तो पता चला कि एथलेटिक्स के सभी इवेंट्स के लिए प्रतिभागियों का चयन पहले ही हो चुका था, केवल पैदल चाल इवेंट के प्रतियोगियों का चयन बाकी था। जाट ने इस अवसर को हाथों हाथ लिया और इस तरह पैदल चाल उनका करियर बन गया।[2]
भावना ने 2009 से शारीरिक शिक्षा के शिक्षक हीरालाल कुमावत से गंभीरता से प्रशिक्षण लेना शुरू किया।[3] हालांकि, प्रशिक्षण और अभ्यास के लिए बुनियादी सुविधाओं की कमी के साथ और भी कई चुनौतियाँ थीं। उनके गाँव के स्कूल में भी कोई अच्छा मैदान नहीं था, जिसकी वजह से उन्हें अपने गाँव के आसपास अभ्यास करने को विवश होना पड़ा- और यह आसान नहीं था। उनके परिवार की आर्थिक तंगी एक और बड़ी बाधा थी। यहाँ तक कि उन्हें आर्थिक परेशानियों के कारण उन्हें बीच में ही अपने कॉलेज की पढ़ाई छोड़नी पड़ी थी। लेकिन वे कहती हैं कि परिवार ने उनके खेल के प्रशिक्षण का हर संभव समर्थन किया। उनके बड़े भाई को भी कॉलेज की पढ़ाई छोड़नी पड़ी थी लेकिन लेकिन भावना जाट की प्रशिक्षण आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए वह नौकरी करने लगे। [2]
भावना को 2017 में भारतीय रेलवे में नौकरी मिल गई। इस नौकरी ने उन्हें वो आर्थिक स्थिरता प्रदान की जिसकी उन्हें सख्त ज़रूरत थी। आठ घंटे के काम की शिफ्ट से उनके अभ्यास और प्रशिक्षलेकिनण के लिए कम समय बचता था।[4]
भावना जाट ने 2016 में 10 किलोमीटर के इवेंट में जयपुर में आयोजित जूनियर नेशनल चैम्पियनशिप में रजत पदक जीता।[4]
उन्हें ट्रैक पर पहली बड़ी सफलता 2019 में मिली जब वे अखिल भारतीय रेलवे प्रतियोगिता में 1:36:17 के समय के साथ स्वर्ण पदक जीतीं। इस प्रदर्शन से उनका आत्मविश्वास बहुत बढ़ा। एक साल बाद, उन्होंने राँची में आयोजित राष्ट्रीय चैम्पियनशिप 2020 में 1:29:54 के समय के साथ 20 किलोमीटर की पैदल चाल में स्वर्ण पदक के साथ अपने प्रदर्शन को और बेहतर किया। इस प्रकार उन्होंने एक नया राष्ट्रीय कीर्तिमान स्थापित किया, और इससे उन्हें टोक्यो ओलंपिक में भाग लेने का टिकट भी मिल गया क्योंकि ओलंपिक के लिए कट-ऑफ़ मार्क 1 घंटा 31 मिनट था। [5][6] इस कार्यक्रम में उनके प्रदर्शन की सराहना राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी की। [1]
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