भिश्ती उत्तर भारत और पाकिस्तान में पाई जाने वाली मुस्लिम जनजाति अथवा बिरादरी है।
दक्षिण एशिया में भिश्ती जाति का मूल कार्य मस्क से पानी ढोना है।[1][2] भिश्ती शब्द फारसी के शब्द बेहेश्ट से व्युत्पन्न है जिसका अर्थ स्वर्ग होता है। इनका ये नामकरण मुख्यतः युद्धक्षेत्र में मुस्लिम सैनिकों को पानी पीलाकर किये जाने वाली सेवा के लिए किया गया। पानी ढोने का यह कार्य ये लोग, बकरे की त्वचा से बने पात्र जिसे मस्क कहते हैं में करते थे।