इस लेख में सन्दर्भ या स्रोत नहीं दिया गया है। कृपया विश्वसनीय सन्दर्भ या स्रोत जोड़कर इस लेख में सुधार करें। स्रोतहीन सामग्री ज्ञानकोश के उपयुक्त नहीं है। इसे हटाया जा सकता है। (नवम्बर 2024) स्रोत खोजें: "भोपाल की लड़ाई" – समाचार · अखबार पुरालेख · किताबें · विद्वान · जेस्टोर (JSTOR) |
मराठा सेना और भोपाल नवाब की सेना के बीच लड़ाई हो ही नहीं पाई। मराठा सेना ने बाजीराव पेशवा प्रथम के नेतृत्व में जब भोपाल पर चढ़ाई करने के लिए श्यामपुर दोराहे पर लश्कर रोका, तब से लेकर 90 दिन तक भोपाल नवाब की सेना किले से बाहर ही नहीं निकली। आखिर में बिना लड़े ही हारकर भोपाल के नवाब ने अपनी तरफ से समर्पण प्रस्ताव लेकर एक हिजड़े को भेजा। जिसके बाद मराठा सेना विजय होकर लौट गई।