मानक मॉडल से परे |
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![]() लार्ज हैड्रान कोलाइडर सीएमएस कण संसूचक आँकड़े अनुरूपण चित्रण जिसमें प्रोटोनों की टक्कर से हिग्स बोसोन का निर्माण होता है जो हैड्रोन जेट व इलेक्ट्रॉनों में क्षय होता है। |
मानक मॉडल |
मानक मॉडल से परे भौतिकी (अंग्रेज़ी: Physics beyond the Standard Model[1]) का तात्पर्य उस भौतिकी से है जो सैद्धांतिक विकास को समझने के लिए मानक मॉडल की अपूर्णता को दूर करे, यथा उत्क्रम समस्या, डार्क मैटर, ब्रह्मांडीय नियतांक समस्या, प्रबल आवेश-समता समस्या, न्यूट्रिनो दोलन आदि।[2] अन्य समस्या मानक मॉडल के गणितीय ढ़ाँचे के साथ है – मानक मॉडल सामान्य आपेक्षिकता के संगत नहीं है। मानक मॉडल ज्ञात दिक्-काल में विचित्रता जैसे महाविस्फोट सिद्धांत और घटना क्षितिज में ब्लैक होल को समझाने में असमर्थ है।
कण भौतिकी में अब तक का सबसे सफल सिद्धांत मानक मॉडल अपने आप में परिपूर्ण नहीं है।[3]
यहाँ प्राकृतिक रूप से पर्याप्त तथ्य उपलब्द्ध हैं जिनको मानक मॉडल समझाने में असफल रहा है।:
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