मानव निषेचन

मानव निषेचन (human fertilization) एक अंडाणु और शुक्राणु का मिलन है, जो मुख्य रूप से डिम्बवाहिनियां के कलशिका (एम्पुला) में होता है।[1] इस मिलन के परिणामस्वरूप एक निषेचित अंडे का उत्पादन होता है जिसे युग्मनज कहा जाता है, जिससे भ्रूण विकास की शुरुआत होती है। वैज्ञानिकों ने 19वीं सदी में मानव निषेचन की गतिशीलता की खोज की।[2]

निषेचन की प्रक्रिया में शुक्राणु का अंडाणु के साथ मिलन होता है। यह प्रक्रिया संभोग के दौरान स्खलन से शुरू होता है, उसके बाद अंडोत्सर्ग होता है और निषेचन के साथ समाप्त होता है। इस क्रम के विभिन्न अपवाद संभव हैं, जिनमें कृत्रिम गर्भाधान, इन विट्रो निषेचन, मैथुन के बिना बाह्य स्खलन, या अण्डोत्सर्ग के तुरंत बाद मैथुन शामिल हैं।

प्राचीन समय में अरस्तू ने नर और मादा तरल पदार्थों के मिलन के माध्यम से होने वाले नए व्यक्तियों के गठन का चित्रण किया था। इस प्रक्रिया में रूप और कार्य धीरे-धीरे उभरते हैं, जिसे उन्होंने एपिजेनेटिक कहा है।

शुक्राणु और अण्डाणु कोशिका का मिलन

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शुक्राणु एक्रोसोमल एंजाइम का उपयोग करके अंडाणु में प्रवेश करता है और अंडाणु के जिलेटिनस आवरण (ज़ोना पेलुसिडा) को घोलता है।

निषेचन फैलोपियन ट्यूब के ऐम्पुला में होता है, जो अंडाशय के चारों ओर स्थित घुमावदार भाग होता है। क्षमतावान शुक्राणु प्रोजेस्टेरोन की ओर आकर्षित होते हैं। इसके पश्चात अण्डाणु कोशिका के आसपास की क्यूम्यलस कोशिकाओं से स्रावित होता है। [3] प्रोजेस्टेरोन शुक्राणु झिल्ली पर कैटस्पर रिसेप्टर से जुड़कर इंट्रासेल्युलर कैल्शियम के स्तर को बढ़ाता है, जिससे अति सक्रिय गतिशीलता होती है। शुक्राणु प्रोजेस्टेरोन की उच्च सांद्रता की ओर तैरना जारी रखता है और प्रभावी रूप से इसे अंडकोशिका तक ले जाता है।[4]

शुक्राणु तैयारी

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प्रक्रिया की शुरुआत में, शुक्राणु में कई परिवर्तन होते हैं, क्योंकि ताजा स्खलित शुक्राणु निषेचन करने में असमर्थ होता है या खराब तरीके से सक्षम होता है। [5] शुक्राणु के अण्डाणु कोशिका के कोशिकाद्रव्य में प्रवेश करने के बाद, शुक्राणु की पूंछ और बाहरी आवरण विघटित हो जाते हैं। शुक्राणु और अण्डाणु कोशिका झिल्लियों के संलयन से कॉर्टिकल प्रतिक्रिया उत्पन्न होती है। .[6]

सन्दर्भ

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  1. Spermatogenesis — Fertilization — Contraception: Molecular, Cellular and Endocrine Events in Male Reproduction. Ernst Schering Foundation Symposium Proceedings. Springer-Verlag. 1992. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-3-662-02817-9.
  2. Garrison FH (1921). An Introduction to the History of Medicine. सौन्डर्स. पपृ॰ 566–567.
  3. Oren-Benaroya R, Orvieto R, Gakamsky A, Pinchasov M, Eisenbach M (October 2008). "The sperm chemoattractant secreted from human cumulus cells is progesterone". Human Reproduction. 23 (10): 2339–2345. PMID 18621752. डीओआइ:10.1093/humrep/den265.
  4. Publicover S, Barratt C (March 2011). "Reproductive biology: Progesterone's gateway into sperm". Nature. 471 (7338): 313–314. PMID 21412330. S2CID 205062974. डीओआइ:10.1038/471313a. बिबकोड:2011Natur.471..313P.
  5. "Fertilization". मूल से 24 June 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 July 2010.
  6. Flaws, Jodi A.; Spencer, Thomas E. (2018), "Content and Volume Overview", Encyclopedia of Reproduction, Elsevier, पपृ॰ 1–2, आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9780128151457, डीओआइ:10.1016/b978-0-12-811899-3.64622-0, अभिगमन तिथि 2022-11-28