मानसबल झील | |
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स्थान | गान्दरबल ज़िला, कश्मीर वादी |
निर्देशांक | 34°15′N 74°40′E / 34.250°N 74.667°Eनिर्देशांक: 34°15′N 74°40′E / 34.250°N 74.667°E |
प्रकार | मीठा पानी |
जलसम्भर | 33 कि॰मी2 (13 वर्ग मील) |
द्रोणी देश | भारत |
अधिकतम लम्बाई | 5km |
अधिकतम चौड़ाई | 1km[1] |
सतही क्षेत्रफल | 2.81 कि॰मी2 (1.08 वर्ग मील) |
औसत गहराई | 4.5 मी॰ (15 फीट) |
अधिकतम गहराई | 13 मी॰ (43 फीट) |
जल आयतन | 0.0128 कि॰मी3 (0.0031 घन मील) |
अस्तित्व काल | 1.2 years |
तट लम्बाई1 | 10.2 कि॰मी॰ (6.3 मील) |
सतही ऊँचाई | 1,583 मी॰ (5,194 फीट) |
बस्तियाँ | कोंडाबल |
1 तट लम्बाई का मापन सटीक नहीं होता है |
मानसबल झील या मनसबल झील जम्मू व कश्मीर राज्य में श्रीनगर से उत्तर में गान्दरबल ज़िला में स्थित एक पर्वतीय झील है। इसके किनारे तीन बस्तियाँ हैं - जरोकबल, कोंडाबल और गान्दरबल। इसके स्वच्छ पानी के किनारे कमल के फूल उगे हुए हैं और १३ मीटर (४३ फ़ुट) की अधिकतम गहराई के साथ यह जम्मू-कश्मीर की सबसे गहरी झील मानी जाती है।
माना जाता है कि मानसबल झील का नाम तिब्बत में स्थित पवित्र मानसरोवर झील पर पड़ा है।[2]
राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) ने 1965 में कश्मीर में अपनी गतिविधियां शुरू कीं लेकिन जम्मू और कश्मीर में सुरक्षा की स्थिति बिगड़ने के कारण 1989 में मानसबल झील में प्रशिक्षण सुविधा को छोड़ दिया गया।[3][4] सितंबर 2022 में, भारतीय नौसेना ने मानसबल झील में राष्ट्रीय कैडेट कोर के अपने नौसैनिक प्रशिक्षण को पुनर्जीवित किया।[5] शिविर में जम्मू-कश्मीर के विभिन्न कॉलेजों की लड़कियों सहित 100 एनसीसी कैडेट भाग लेते हैं। झील के किनारे मानसबल विकास प्राधिकरण द्वारा पर्याप्त बुनियादी ढांचे के साथ एक उपयुक्त शिविर स्थल प्रदान किया गया है। कैडेटों को नाव खींचने, नौकायन, सिग्नलिंग और जहाज मॉडलिंग जैसी विभिन्न गतिविधियों में प्रशिक्षित किया जाता है।[6] इससे पहले बंद होने के कारण जम्मू के नगरोटा और मानसर झील में इन गतिविधियों को अंजाम दिया गया था।[7]