मानसा Mansa ਮਾਨਸਾ | |
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मानसा बस अड्डा | |
निर्देशांक: 29°59′N 75°24′E / 29.99°N 75.40°Eनिर्देशांक: 29°59′N 75°24′E / 29.99°N 75.40°E | |
देश | भारत |
प्रान्त | पंजाब |
ज़िला | मानसा ज़िला |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 82,956 |
भाषा | |
• प्रचलित | पंजाबी |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30) |
मानसा (Mansa) भारत के पंजाब राज्य के मानसा ज़िले में स्थित एक नगर है। यह ज़िले का मुख्यालय भी है।[1][2][3][4]
मानसा "एरिया ऑफ व्हाइट गोल्ड" के नाम से प्रसिद्ध है। पंजाब में कपास की सबसे अधिक पैदावार होने के कारण इस जगह को 'एरिया ऑफ व्हाइट गोल्ड' के नाम से जाना जाता है। मानसा ऐतिहासिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है। यह जिला भटिंडा जिले के उत्तर-पश्चिम, संगरुर जिले के उत्तर-पूर्व और हरियाणा राज्य की दक्षिण सीमा से लगा हुआ है। यह जिला तीन तहसीलों बुढलाडा, मानसा और सरदुलगढ़ में बँटा हुआ है। कृषि इस जिले के लोगों का प्रमुख व्यवसाय है।
मानसा की स्थिति पर है। यहां की औसत ऊँचाई 212 मीटर (695 फीट)।
माना जाता है कि मानसा की स्थापना भाई गुरदास ने की थी। एक बार मानसा जिले के धीनगर में भाई गुरदास को आमंत्रित किया गया। कहा जाता है कि भाई गुरदास का विवाह इसी जगह पर हुआ था। एक बार भाई गुरदास अपनी पत्नी को लेने के लिए सुसराल गए थे। लेकिन गुरदास के सुसराल वालों ने उनकी पत्नी को वापस भेजने से मना कर दिया। सुसराल से वापस आने के बाद भाई गुरदास ध्यान साधना में बैठ गए। कुछ समय बाद लड़की के अभिभावक उसे वापस भेजने के लिए तैयार हो गए लेकिन भाई गुरदास ने अपनी पत्नी को स्वीकार करने से मना कर दिया। प्रत्येक वर्ष मार्च-अप्रैल महीने में यहाँ बहुत बड़े मेले का आयोजन किया जाता है। काफी संख्या में लोग इस मेले में आते हैं।
बुढ और लाडा दोनों सगे भाई थे। यह दोनों खत्री जाति के थे। इस गाँव का नाम इन दोनों भाइयों के नाम पर ही रखा गया है। इस गाँव की कुछ जनसंख्या माबी और रामदासी थी। यह गाँव पहले कैथल राज्य का हिस्सा था। कैथल के राजा ने 1857 ई॰ के दौरान ब्रिटिशों की सहायता करने से इंकार कर दिया था। जिस कारण अंग्रेजों ने उनसे उनका राज्य छीन लिया। इसके बाद इसे करनाल जिले के साथ जोड़ दिया गया। यह स्थान उत्तर पंजाब का सबसे बड़ा बाजार है। बुढलाडा भटिंडा से 70 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
सरदूलगढ़ शहर को पहले रोरी धुंधल के नाम से जाना जाता था। पहले यह शहर पटियाला का जिला शहर था। महाराजा पटियाला के बेटे सरदुल सिंह यहाँ शिकार करने के लिए आए थे। उन्हीं के नाम पर इस जगह का नाम सरदुलगढ़ रखा गया। यहाँ एक किला भी है जिसका निर्माण महाराजा पटियाला ने करवाया था।
सबसे निकटतम हवाई अड्डा चंडीगढ़ विमानक्षेत्र है। चंडीगढ़ से मानसा 180 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
मानसा रेलमार्ग द्वारा कई प्रमुख जगहों जैसे दिल्ली, भटिंडा, फिरोजपुर, मुम्बई, बीकानेर, गोवाहटी आदि से जुड़ा हुआ है
राष्ट्रीय राजमार्ग 148बी और राष्ट्रीय राजमार्ग 703 मानसा को कई प्रमुख राज्यों व शहरों से जोड़ता है।