मानद विश्वविद्यालय (Deemed University, डीम्ड यूनिवर्सिटी) या सम विश्वविद्यालय भारत में उच्च शिक्षा के संस्थानों को उच्च शिक्षा विभाग द्वारा दी गई एक मान्यता है। यह भारत में एक प्रकार का विश्वविद्यालय है। भारत में उन उच्चतर शिक्षा संस्थाओं को मानद विश्वविद्यालय कहते हैं जिन्हें विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की सलाह पर भारत सरकार के उच्च शिक्षा विभाग द्वारा इस प्रकार की (अर्थात 'मानित विश्वविद्यालय' की) मान्यता दी जाती है। जिन संस्थानों को 'मानित विश्वविद्यालय' घोषित किया जाता है, वे विश्वविद्यालय के शैक्षिक स्तरों और विशेषाधिकारों का उपयोग करते हैं। मानित विश्वविद्यालय शिक्षा के किसी विशिष्ट क्षेत्र में ऊंचे स्तर पर कार्य करने वाले संस्थान हैं।
डीम्ड विश्वविद्यालय की स्थिति प्राप्त संस्थान न केवल अपने पाठ्यक्रम को निर्धारित करने की पूर्ण स्वायत्तता प्राप्त करते हैं बल्कि प्रवेश नीति, विभिन्न पाठ्यक्रमों के शुल्क तथा छात्रों के लिए निर्देश भी बनाने के लिये स्वतन्त्र होते हैं।
डीम्ड विश्वविद्यालय के अभिभावक विश्वविद्यालय इनके प्रशासन पर नियंत्रण नहीं कर सकते, तथापि इनकी डिग्रियाँ अभिभावक विश्वविद्यालय द्वारा ही प्रदान की जाती हैं। हालांकि, कई समविश्वविद्यालयों को उनके अपने नाम के तहत डिग्री प्रदान करने की अनुमति है।
इन 'मानित विश्वविद्यालय' संस्थानों ने भारत में उच्चतर शिक्षा के आधार को विस्तार प्रदान किया है और ये विभिन्न विषयों जैसे चिकित्सा शिक्षा, शारीरिक शिक्षा, मात्स्यिकी शिक्षा, भाषाओं, सामाजिक विज्ञानों, जनसंख्या विज्ञानों, पशुपालन शोध, वन शोध, आयुध प्रौद्योगिकी, तटीय शिक्षा, योग, संगीत और सूचना प्रौद्योगिकी आदि में शिक्षा और शोध सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं।[1]